सडक दुर्घटना के शिकार में युवकों की संख्या अधिक
3 साल में 45 हजार 895 लोगों की दुर्घटना में मृत्यु

नागपुर /दि.31– पिछले 3 साल में राज्य में 1 लाख से अधिक दुर्घटना हुई है. इन दुर्घटनाओं में 45 हजार 895 लोगों की मृत्यु हुई है. सडक दुर्घटना की मृत्यु में सर्वाधिक 16 से 40 वर्ष की आयु के युवाओं का समावेश है. ऐसी जानकारी पुलिस महासंचालक कार्यालय ने दी है.
नये तकनीकी ज्ञान व आधुनिकीकरण के कारण वाहन की बनावट में काफी बदलाव हुआ है. नवनिर्मित वाहन स्पर्धा करने की इरादे से तेजी से दौडते है. यातायात नियमों की तरफ अनदेखी किये जाने से देश में सडक दुर्घटना की संख्या दिनोंदिन बढ रही है. देश में गत वर्ष औसतन 1.75 लाख लोगों की सडक दुर्घटना में मृत्यु हुई है. हर दिन औसतन 400 से अधिक मृत्यु सडक दुर्घटना में हो रही है. उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, गुजरात, राजस्थान, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, पंजाब, आसाम और तेलंगना राज्य में सर्वाधिक सडक दुर्घटना हो रही है. सडक दुर्घटना के मृत्यु की सूची में महाराष्ट्र पहले पांच राज्यों में है. महाराष्ट्र में दुर्घटना में मृत्यु का प्रमाण संपूर्ण देश की तुलना में करीबन 9 प्रतिशत है. राज्य में पिछले 3 साल में 1 लाख 4 हजार 710 दुर्घटनाएं हुई है. इसमें 45 हजार 895 लोगों की मृत्यु हुई है. इसमें युवाओं का प्रतिशत सर्वाधिक है. 16 से 40 वर्ष की आयु के 66 प्रतिशत युवक सडक दुर्घटना में मृत्यु हुई है. इसमें वृद्ध और महिलाओं का प्रतिशत कम है.
वर्ष दुर्घटना मृत्यु
2022 33,383 15,224
2023 35,243 15,366
2024 36,084 15,335