दर्यापुर/दि.20 – यहां से पास ही लोतवाडा गांव स्थित तालाब का पानी बारिश के दिनों में रिहायशी बस्तियों व सडकों तक आ जाता है. ऐसे में इस तालाब के जलप्रवाह की दिशा को बदले जाने की मांग लोतवाडा गांववासियोें द्वारा विगत लंबे समय से की जा रही है. किंतु हर बार प्रशासन द्वारा इस मांग की अनदेखी की जाती है. जिसके चलते जारी मौसम में इस तालाब की वजह से कई दिक्कतों का सामना करनेवाले गांववासियों द्वारा तालाब के पानी में उतरकर जलसमाधि आंदोलन करने की घोषणा की गई थी. जिस पर बीते शनिवार को अमल किया गया.
गांव की सरपंच पंचशिला कुर्हाडे के नेतृत्व तथा भीमराव कुर्हाडे के मार्गदर्शन में किये गये जलसमाधि आंदोलन में तीन महिलाओं व छह पुरूषों का समावेश था. जो शनिवार की सुबह पुलिस एवं प्रशासन की नजरों से बचते हुए तालाब के किनारे जा पहुंचे और उन्होंने तालाब के पानी में खडे रहकर आंदोलन करना शुरू किया. पश्चात करीब सात घंटे बााद रेस्क्यू पथक द्वारा इन आंदोलनकारियों को तालाब से बाहर निकाला गया. इन आंदोलनकारियों में सरपंच पंचशिला कुर्हाडे सहित कोकिला रक्षे, सुमित्रा रायबोले, सुभाष रायबोले, रमाबाई रायबोले, पंचफुला रायबोले व भीमराव कुर्हाडे का समावेश रहा. इस समय मौके पर तहसीलदार योगेश देशमुख, नायब तहसीलदार कृष्णा गाडेकर, येवदा के थानेदार अमोल बच्छाव, सिंचाई विभाग के उपअभियंता प्रशांत वानखडे सहित संदीप कोकडे, मयूर तराले व गजानन वडतकर आदि उपस्थित थे. सभी ने इन आंदोलनकारियों को समझा-बुझाकर तालाब से बाहर निकाला.