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सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों को भी सौजन्यता की सलाह दी
नागपुर/दि.५ – इन दिनों अक्सर यह होता है कि, जनप्रतिनिधियों द्वारा किये जानेवाले आंदोलनों में सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ धक्कामुक्की या मारपीट हो जाती है, यह पूरी तरह से गैरकानूनी व असंवैधानिक है. इसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. और यदि ऐसा होता है, तो संबंधितों के खिलाफ कडी कार्रवाई की जायेगी. इस आशय का सख्त रूख अपनाते हुए नागपुर शहर पुलिस आयुक्त डॉ. अमितेशकुमार ने आवाहन किया कि, जनप्रतिनिधियों ने अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी को समझना चाहिए और कानून का भान रखना चाहिए. साथ ही साथ सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों ने भी अपने कामों को जिम्मेदारीपूर्ण ढंग से पूरा करते हुए अपने व्यवहार को सौजन्यपूर्ण रखना चाहिए.
नागपुर श्रमिक पत्रकार संघ व प्रेस क्लब के संयुक्त तत्वावधान में बुधवार को सिवील लाईन्स स्थित ‘प्रेस क्लब‘ में आयोजीत ‘मीट द प्रेस‘ में अपने विचार व्यक्त करते हुए सीपी अमितेशकुमार ने कहा कि, क्रिकेट सट्टा, वरली मटका, जुआ, शराब, रेती तस्कर तथा भूखंड माफिया व्यवसाय से जुडी कई बडी मछलिया पुलिस के रडार पर है. और यदि उन्होंने अपने अवैध धंधे बंद नहीं किये, तो उनके खिलाफ कठोर व कडी कार्रवाई की जायेगी. साथ ही पुलिस के कामकाज को पूरी तरह से पारदर्शक रखा जायेगा. उन्होंने कहा कि, भूमाफिया का रैकेट तोडने के लिए कडे कदम उठाये जा रहे है. इसी तरह क्रिकेट सट्टे से जुडे कई बडे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. वहीं अब रेत तस्करी, शराब, जुआ व वरली मटका का व्यवसाय करनेवाले लोगों के साथ-साथ दूसरों की जमीने हडपनेवाले लोगों के खिलाफ भी कडी कार्रवाई शुरू की जायेगी. इसमें पुख्ता सबूत मिलने पर भूमाफियाओं की सहायता करनेवाले सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ भी कडी कार्रवाई की जायेगी.
इस समय पूछे गये एक सवाल में उन्होंने बताया कि, गृह मंत्री अनिल देशमुख द्वारा लिये गये शिकायत निवारण शिविर में ५० शिकायतें आयी थी. जिसमें से चार मामलों में अपराध दर्ज हुआ और आठ मामलों में अपराध दर्ज होने की कार्रवाई शुरू है. साथ ही उन्होंने बताया कि, हत्या व मारपीट जैसी घटनाओं का प्रमाण घटें, ऐसा प्रयास पुलिस द्वारा किया जा रहा है. जिसके तहत पेशेवर अपराधियों के खिलाफ प्रतिबंधक कार्रवाई की जा रही है और गैर जमानती वारंट रहनेवाले अपराधियों को गिरफ्तार करते हुए उन्हें न्यायालय में पेश कर जेल भेजने की विनंती की जायेगी. इसी तरह गंभीर किस्म की घटनाओं में शामिल रहनेवाले अपराधियों को सजा हो, इस हेतु ऐसे मामलों पर पुलिस उपायुक्त का नियंत्रण रहेगा. साथ ही अपराधियों को सजा होने तक उपायुक्त द्वारा ऐसे मामलों को ‘दत्तक‘ लिया जायेगा.
इसके साथ ही शहर के मुख्य चौक-चौराहों पर लगनेवाले ट्राफीक जाम के संदर्भ में उन्होंने कहा कि, शहर की भीडभाडवाले इलाकों में यातायात व्यवस्था का अध्ययन किया जा रहा है और जल्द ही यातायात व्यवस्था को सुचारू व अबाधित रखने की व्यवस्था उपलब्ध करायी जायेगी. इसके अलावा यातायात पुलिस के २० उडन दस्ते बनाये जायेंगे. जिनके द्वारा फैन्सी नंबर प्लेट रहनेवाले वाहनों के साथ-साथ बिना दस्तावेजवाले वाहनों के खिलाफ चालान की कार्रवाई की जायेगी. साथ ही शहर में लावारिस पडे वाहनों की खोज करते हुए उन्हें जब्त करने का निर्देश भी दिये जाने की जानकारी पुलिस आयुक्त अमितेशकुमार ने दी है.