आर्थिक परिवर्तन के लिए देशहित की भावना को सुरक्षित रखा जाए
पुरस्कार वितरण समारोह में केन्द्रीय मंत्री गडकरी के कथन
नागपुर/दि. १ – देश में सामाजिक आर्थिक परिवर्तन करना हो तो सामाजिक जिम्मेदारी निभाना आवश्यक है. प्रत्येक क्षेत्र में काम करनेवालोें ने यह समझना चाहिए कि मैं देश के लिए, समाज के लिए काम कर रहा हूॅ. ऐसी भावना रखकर काम करना चाहिए, ऐसा प्रतिपादन केन्द्रीय मंंत्री नितिन गडकरी ने किया.
डॉ. मंगलम स्वामिनाथन फाऊंंडेशन पुरस्कार वितरण समारोह मेें नई दिल्ली मेें वे बोल रहे थे. इस फाऊंडेशन की ओर से विविध क्षेत्र में उल्लेखनीय काम करनेवालों का गडकरी के हाथों सम्मान किया गया.
इस अवसर पर गडकरी ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र हो या विकास का क्षेत्र हो इस क्षेत्र में मिशन के रूप में काम करने की आवश्यकता है. ज्ञान की संपत्ति मेेेें और कचहरी की संपत्ति में परिवर्तन करना पड़ेगा. विज्ञान व तकनीकी ज्ञान की सहायता से यह संभव है. सामाजिक कर्तव्य की भावना से सभी क्षेत्र में काम किया तो भारत को विश्वगुरू बनने से कोई नहीं रोक सकता.
हमेें एक द़ृष्टिाकोण सहित, ज्ञान तकनीकीज्ञान सहित शिक्षा से स्वास्थ्य तक व महत्वपूर्ण सुविधा से विज्ञान तक सभी क्षेत्र मेें प्रगति और विकास करके आगे बढ़ना है. ऐसा भी उन्होंने कहा.
भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से आगे जानेवाली है. यह ध्यान मेें रखकर कृषि, ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्र की ओर अनदेखा न किया जाए, हमारे सामाजिक व आर्थिक चिंतन में पं.दीनदयाल उपाध्याक का आर्थिक चिंतन है. समाज के जो शोषित, पीडित है. उन्हेें देवता मानकर उनकी सेवा कर उन्हेें अन्न, वस्त्र, निवास मिलने तक हमारा कार्य पूरा नहीं होगा. इस ओर भी उन्होंने ध्यान दिया.