वर्धा/दि. 13– आष्टी तहसील के वर्धा नदी के तट पर नमस्कारी ग्राम निवासी बाबाराव महादेव पारिसे (55) नामक व्यक्ति का शव बरामद हुआ था. पिता के शरीर पर गहरे जख्म रहने से इस प्रकरण में बेटे ने पुलिस में शिकायत दर्ज की थी. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरु की. इसमें शिकायतकर्ता बेटे ने ही अपने साले की सहायता से पिता की हत्या की रहने की बात स्पष्ट हुई.
इस प्रकरण में पुलिस ने आरोपी बेटे नागोराव बाबाराव पारिसे (34) और वासनी ग्राम निवासी उसके साले विलास आनंद केवदे (28) को गिरफ्तार कर लिया है. बेटे और साले की पत्नी पर बुरी नजर रहने से सगे पिता की हत्या करने की कबूली पुलिस के सामने इन आरोपियों ने दी. बहू पर बुरी नजर रहने के कारण पर से उनमें हमेशा विवाद होता था, ऐसा भी उन्होंने कहा. आष्टी तहसील के भारसवाडा में साप्ताहिक बाजार रहने से यहां नमस्कारी ग्राम के नागरिक आते थे. इस बाजार में बाबाराव पारिसे भी आया था. घर से बाजार जाते समय मोबाईल रिचार्ज करने का कारण बताकर वे बाहर गए थे. उसी बाजार से बाबाराव का बेटा नागोराव वापस लौटा. उसने मां से अपने पिता बाबत पूछताछ की. तब मां ने बताया कि, वह बाजार गए हुए है. काफी समय होने के बावजूद वापस न लौटने से नागोराव अपने रिश्तेदारों के साथ उसकी तलाश करने लगा. उस समय बाबाराव खून से सनी हालत में गिरे हुए दिखाई दिए. यह घटना 27 मई 2024 को उजागर हुई. इस प्रकरण में पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरु की. घटना के 15 दिन बाद हत्या का मामला उजागर हुआ. इस प्रकरण की जांच जिला पुलिस अधीक्षक नुरुल हसन के मार्गदर्शन में उपविभागीय पुलिस अधिकारी खंडेराव, तलेगांव के थानेदार संदीप धोबे, निखिल काले, अतुल अडसड, बालाजी म्हस्के, रुपेश उगेमुगे ने की.
* खून के धब्बो ने किया पर्दाफाश
गिरफ्तार दोनों आरोपियों ने हत्या करने के लिए दुपहिया सहित कुल्हाडी और ब्लेड का इस्तेमाल किया. हत्या कर दुपहिया से घर लौटते समय दोनों ने हत्या का सुराग न मिलने के लिए विशेष ध्यान रखा था. लेकिन उनकी दुपहिया पर पुलिस को खून के धब्बे दिखाई दिए. इसकी रिपोर्ट आने के बाद बेटे ने ही अपने पिता की हत्या की, यह बात प्रकाश में आई. पुलिस ने घटना में संदिग्ध आरोपी के घर से जब्त किया माल सीए परीक्षण के लिए प्रयोगशाला में भेजा. इस रिपोर्ट के आधार पर हत्या का पर्दाफाश हुआ.
* गला दबाकर किए ब्लेड से वार
नागोराव पारिसे और उसके साले विलास केवदे ने पहले बाबाराव पारिसे का गला दबाया और पश्चात ब्लेड से गले पर वार किए. पश्चात कुल्हाडी से बाबाराव के सिर पर जोरदार प्रहार कर उसे मौत के घाट उतारा, ऐसी जानकारी पुलिस ने दी.