विदर्भ

समृद्धि महामार्ग का काम पूर्ण, अब यातायात की प्रतिक्षा

वर्धा जिले में 2 हजार 762 करोड की लागत से 58 किमी का काम पूर्ण

वर्धा/दि.24 – हिंदू हृदय सम्राट बालासाहब ठाकरे महाराष्ट्र राज्य समृद्धि महामार्ग का वर्धा जिले में 28 किमी तक महामार्ग का काम पूर्ण कर लिया गया है. जिले की तीन तहसीलों में महामार्ग के लिए 782 हेक्टर जमीन का अधिग्रहण किया गया था और इस मार्ग के निर्माण के लिए 2 हजार 762 करोड रुपए खर्च किए गए. अब इस मार्ग का निर्माणकार्य पुरा होने के पश्चात इस मार्ग को यातायात की प्रतिक्षा है. समृद्धि महामार्ग की वजह से जिलें में आर्थिक संपन्नता प्राप्त हुई है. अब इस मार्ग से मुंबई व नागपुर जैसे शहरों को जोडा गया है. जिले की तीन तहसीलों से यह मार्ग निकाला गया है.
महामार्ग की लंबाई 28 किमी है तथा चौडाई 120 मीटर है. छह लेन का यह मार्ग है जिसमें पांच बडे व 27 छोटे पुल है. यातायात में दिक्कते निर्माण न हो इसके लिए 9 उडान पुल भी बनाए गए है. इस महामार्ग पर 34 भुयारी मार्ग का भी निर्माण किया गया है. जिसमें वाहनों के लिए 22 तथा पैदल यात्रयिों के लिए 12 भुयारी मार्ग का समावेश है. दो रेल्वे उडान पुल का भी निर्माण किया गया है. इस महामार्ग के निर्माण के लिए तहसील की 782 हेक्टर जमीन का अधिग्रहण किया गया है. जिसमें 701 हेक्टर जमीन का इस्तेमाल रास्ता निर्माण के लिए तथा 81 हेक्टर जमीन इंटरचेंज के लिए अधिग्रहीत की गई है.

दो नए नगरों का किया जाएगा निर्माण

समृद्धि महामार्ग के लिए वर्धा जिले की तीन तहसीलों की जमीन संपादित की गई. जमीन के बदले में किसानों को करोडो रुपए दिए गए. जिसकी वजह से किसानो के पास पैसा आने से उनकी जीवन शैली में भी बदलाव आया है. साथ ही महामार्ग की वजह से जमीनो के भाव भी बढे है. तहसील के गांव महामार्ग से जोडे गए जिसमें दो स्थानों पर नए नगरों का निर्माण किया जाएगा. इसके लिए केलझर व विरुल यह दो गांव निश्चित किए गए है. साथ ही गणेशपुर व रेणुकापुर यहां महामार्ग से यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए सुविधा केंद्र स्थापित किए जाएंगे.

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