शंतनू देशमुख हत्याकांड का मुख्य सूत्रधार कोई और रहने का संदेह

यवतमाल के शैक्षणिक व सामाजिक संगठना की जांच करवाने की मांग

यवतमाल /दि.30– शैक्षणिक क्षेत्र में हडकंप मचा देने वाले शंतनू देशमुख हत्याकांड में उपरी तौर पर की जा रही जांच की बजाय तह तक जाकर मुख्य सूत्रधार की तलाश करने की मांग जिले की विविध 30 शैक्षणिक व सामाजिक संगठना ने की है. साथ ही इस प्रकरण का मुख्य सूत्रधार कोई और रहने का संदेह व्यक्त किया है. विदर्भ माध्यमिक शिक्षक संगठना के अध्यक्ष अरविंद देशमुख के बेटे शंतनू देशमुख की हत्या के निषेधार्थ गुरुवार 29 मई को स्थानीय सहकार भवन में हुई बैठक में विविध संगठना की तरफ से न्याय की मांग की गई. इस हत्याकांड में शंतनू की पत्नी निधि देशमुख का समावेश है.
बैठक में हुई चर्चा में संदेह व्यक्त किया गया है कि, निधि देशमुख अकेली ही इस साजिश में शामिली थी क्या, अथवा इस हत्याकांड का मास्टर माइंड कोेई और है. इस बाबत खोज की जानी चाहिए. निधि ने कब से साजिश रची थी? उसने शाला के विद्यार्थियों का इस हत्याकांड में इस्तेमाल किया, उन छात्रों से वह कैसे जुडी? उन छात्रों को यह अपराध करने के लिए कौनसा प्रलोभन दिया गया? आदि सभी सवालों के जवाब अब तक सामने नहीं आये है, ऐसा भी संगठना ने कहा है. घटना में शालेय छात्रों का इस्तेमाल कैसे और क्यों हुआ. इस बाबत जांच होने, आरोपी निधि के मोबाइल चैट्स, उन विद्यार्थियों के साथ के हुए संवाद की गहन जांच होने, केवल अपराध दर्ज कर पुलिस मामलों को यहां न रोके, शंतनू के परिवार को न्याय मिलने और हत्याकांड की पूरी सच्चाई सामने लाने, घटना की आरोपी निधि की भूमिका की जांच करने की मांग सभी संगठना की तरफ से की गई है.हत्या पूर्व नियोजित थी क्या? इसके लिए नाबालिग विद्यार्थियों को कैसे साथ में लिया गया? इस बाबत अब तक जांच न होने का आरोप संगठना ने किया है. ऐसी घटना दुबारा घटित न होने के लिए दोषी को कडी सजा देने की मांग सभी संगठना ने की है. इस हत्याकांड के निषेधार्थ और निष्पक्ष जांच की मांग के लिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा गया. इस प्रकरण में जो अपराधी है, उन्होंने कोई भी नकाब पहन रखा हो, तो भी समाज के सामने लाना चाहिए. यहीं शंतनू को सही श्रद्धांजलि रहेंगी, ऐसी सामूहिक भावना इस ज्ञापन में व्यक्त की गई. इस अवसर पर मृतक शंतनू देशमुख सहित डॉ. गायत्री सतीश काले व समीक्षा गौतम आहाटे को उपस्थित संगठनाओं के पदाधिकारियों की तरफ से श्रद्धांजलि अर्पित की गई. सभा में 30 से अधिक सामाजिक व शैक्षणिक संगठना के पदाधिकारी उपस्थित थे. इसमें शिक्षक संगठना, पालक मंच, शिक्षण तज्ञ और विद्यार्थी प्रतिनिधियों का भी समावेश था.

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