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वर्धा को लेकर मविआ में अब भी संभ्रम

चुनाव के लिए प्रत्याशी ही नहीं हो पा रहा तय

* सीट राकांपा के हिस्से में, प्रत्याशी का पता नहीं
वर्धा/दि.24– वर्धा संसदीय सीट के लिए भाजपा ने जहां निवर्तमान सांसद रामदास तडस को अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है, वहीं महाविकास आघाडी अपने उम्मीदवार को लेकर असमंजस में है. आघाडी के घटक दलों से हर दिन एक नए संभावित उम्मीदवार का नाम सामने आ रहा है. इसे लेकर महाविकास आघाडी के पदाधिकारी सहित सामान्य कार्यकर्ता भी भ्रम की स्थिति में है.

भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति ने अपनी दूसरी सूची में वर्धा से रामदास तडस और चंद्रपुर से सुधीर मुनगंटीवार का नाम घोषित किया था. टिकट मिलते ही दोनों नेता जनसंपर्क में जुट गए हैं. लेकिन महाविकास आघाडी के घटक दल राकांपा (शरदचंद्र पवार) ने वर्धा सीट पर दावा ठोंक दिया है. राकांपा के इस गुट की ओर से सबसे पहले चर्चा में पूर्व विधायक हर्षवर्धन देशमुख का नाम सामने आया. वे यहां 15-20 दिनों तक सक्रिय रहे, लेकिन पखवाडे भर में ही अमरावती लौट गए. इसके बाद आर्वी विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस के पूर्व विधायक अमर काले को राकांपा की टिकट पर मौका देने की चर्चा शुरु हुई. लेकिन सूत्रों की मानें तो राकांपा नेता शरद पवार और जयंत पाटिल के साथ हुई चर्चा में अमर काले को राकांपा के नए चुनाव चिन्ह तुरही पर चुनाव लडने की सलाह दी है. लेकिन इस सुझाव पर अमर काले ने मौन धारण कर लिया है. उनके नजदीकी लोगों का कहना है कि, अमर काले कांग्रेस का पंजा नहीं छोडना चाहते.

जानकारों का कहना है कि, इस नए घटनाक्रम के कारण भी असमंजस की स्थिति पैदा हुई है. अमर काले वैसे तो कांग्रेस में हैं, लेकिन राकांपा उन्हें अपने चुनाव चिन्ह पर लडने को कह रही है. इस बीच राज्य के मंत्री छगन भुजबल के करीबी रहे किशोर कन्हेरे ने भी वर्धा में अपना संपर्क बढा लिया है. ऐसे में अब यह देखाना है कि, आने वाले समय में राकांपा की तुरही कौन बजाएगा.

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