नागपुर/ दि.6 – एक युवती को अपनी बस्ती में रहने वाले युवक से प्यार हुआ. दोनों ने कुछ दिन की पहचान के बाद प्रेम विवाह कर लिया. कुछ दिन बाद युवती को मिस कॉल आये, दूसरे एक युवक से प्रेेम संबंध जुडे, युवती ने पहले पति को छोडकर दूसरे से विवाह कर लिया. कुछ दिन बाद उस युवती को फिर तीसरे व्यक्ति से प्यार हो गया और उसने तीसरे के साथ घर बसाया. प्यार में दगा मिलने के कारण दूसरे पति ने पहले पति की खोज की और दोनों ने भरोसा सेल में शिकायत दी और न्याय की मांग करने लगे. यह शिकायत सुनकर अब पुलिस वालों का भी सिर चकराने लगा.
धिरज (25) यह राजमित्री का काम करता है और नागपुर के वाठोडा में रहता है. ललिता (18) यह लडकी ग्वालियर की है और बडी बहन के साथ काम की खोज में नागपुर आयी. ललिता से बस्ती में रहने वाले धिरज से पहचान हुई. कुछ ही दिन में दोनों के प्रेम संबंध जुड गए. दोनों ने दो माह में ही भागकर प्रेम विवाह कर लिया और जीवन बसाया. उससे ललिता को एक पुत्र हुआ.
इस बीच उसे पवन (25, औरंगाबाद) का मिस कॉल आया. दोनों ने एक दूसरे से बात की और दोनों का भी एक-दूसरे से संपर्क बढ गया और वह पवन के प्यार के चक्कर मे पडी. दोनों के प्रेम संबंध बढ गए. उसने पवन को नागपुर बुलाया. पवन उसे अविवाहित होने की बात बताई. पवन ने सीधे नागपुर में काम खोजा और उसके साथ प्रेम विवाह करने की तैयारी दर्शायी. ललिता ने पति धिरज को गांव जाने की बात बताते हुए पवन के साथ भाग गई. दोनों ने शिवमंदिर में प्रेम विवाह किया. सोनेगांव में जिंदगी बीताने लगे. दूसरी तरफ धिरज पत्नी की जुदाई में शराब पीने लगा. आगे कुछ दिन में ललिता का इस्टाग्राम पर सचिन नामक युवक से संपर्क हुआ. पवन घर पर न रहते समय सचिन उसके घर आने लगा. उसके प्यार में सचिन पागल सा हो गया. उसने ललिता के साथ भागकर विवाह करने की तैयारी की. कुछ दिन राह देखने के बाद दोनों भाग गए.
* ऐसी हुई गडबडी!
ललिता के दूसरे पति पवन ने पहले पति धिरज की खोज की. दोनों ने पत्नी पर अधिकार जताते हुए उसको खोजने का प्रयास किया. वह सचिन के साथ रहती है, यह बात समझ में आयी. इस वजह से दोनों ही पत्नी को पाने के लिए पुलिस थाने गए. उन्हें पुलिस ने भरोसा सेल की ओर भेज दिया.
निश्चित किसकी पत्नी?
पहिला कहता है उससेे ललिता को लडका है, इसलिए वह उसकी पत्नी है. तो दूसरे पति ने शादी के फोटो, सबुत और गवाहों पेश कर ललिता उसकी ही पत्नी होने का दावा किया. पुलिस ने ललिता को फोन किया तब वह कहती है कि, मेरी जान अब तीसरे में बस गई है. यह सुनकर पुलिस संभ्रम में पड गई. इस मामले में भरोसा सेल की ओर से हल खोजने का प्रयास जारी होने की जानकारी है.