विदर्भ

यवतमाल के निकट सावरगड में साढे तीन हजार मुर्गियों की मौत

पशुसंवर्धन विभाग का दल पहुंचा

यवतमाल प्रतिनिधि/दि.२० – यवतमाल शहर को लगकर सावरगड में ख्वाजा गरीब नवाब पोल्ट्री फार्म स्थित गांवरान व बॉयलर प्रजाति की 3 हजार 700 मुर्गियां सोमवार रात मृत पायी गई. इस घटना से ग्रामीणों में भय का माहौल निर्माण हुआ है. पशुसंवर्धन विभाग का दल घटनास्थल पर दाखल हुआ है. 3 किलोमीटर परिसर में अलर्ट जारी किया गया है.
पोल्ट्री व्यवसायी मो.अमीन सोलंकी की मालकी का यह फार्म है. उनका लगभग 6 लाख का नुकसान हुआ है. घटना की जानकारी स्थानीय पशुचिकित्सकों को दी गई. उन्होंने तत्काल घटनास्थल पहुंचकर इसकी सूचना वरिष्ठों को दी. जिससे पथक गांव में दाखिल हुआ. इस दल ने तत्काल मृत मुर्गियों के सैम्पल इकट्ठा किये. पश्चात गड्ढा कर उन्हें दफन किया गया. अब गांव के अन्य भी पक्षियों पर पशु चिकित्सकों का द्गवॉचद्घ है. पक्षियों में कोई भी बदलाव पाया गया तो तत्काल जानकारी देने के लिए ग्रामीणों को कहा गया है. मुर्गियों की मौत निश्चित किससे हुई, इसका पता लगाया जा रहा है. उसके लिए मृत पक्षियों के नमुने पुणे स्थित प्रयोग शाला में भेजे गए है. वहां से यह नमुने बर्ड फ्ल्यू की जांच के लिए भोपाल की प्रयोग शाला में भेजे जाएंगे. उसके बाद ही मुर्गियों की मौत का निश्चित कारण पता चलेगा. तब तक यह परिसर प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित किया गया है.

  • घबराने का कारण नहीं, सतर्कता बरते

अचानक मुर्गियों की मौत हुई. जिससे घबराने का कोई कारण नहीं है. इससे पहले केलापुर तहसील के लिंगटी में इसी पध्दत से मुर्गियों की मौत हुई थी. वहां के सैम्पल भोपाल प्रयोग शाला में जांचे गए. उसकी रिपोर्ट निगेटीव आयी है. लिंगटी में बर्ड फ्ल्यू न रहने की बात स्पष्ट हुई. स्थानीय बीमारी से मुर्गियों की मौत हुई थी. योग्य इलाज के बाद अनेक पक्षियों के प्राण बचाने में सफलता मिली. अब वहां की स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है. सावरगड की स्थिति जल्द ही नियंत्रण में आयेगी, ऐसा जिला पशुसंवर्धन अधिकारी बलदेव रामटेके ने बताया.

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