वाशिम/दि.17 – रिसोड पंचायत समिति में उजागर हुए साहित्य खरीदी घोटाला मामले की जांच पूरी हो गई है. जिसमें प्रथमदर्शनी दोषी पाए जाने के चलते तत्कालीन प्रभारी गटविकास अधिकारी दीपकसिंह सालुंके, कनिष्ठ लेखाधिकारी कैलाश नारायण राजगुरु व कनिष्ठ सहायक विशाल रामेश्वर सदार को निलंबित कर दिया गया.
बता दें कि, रिसोड पंचायत समिति कार्यालय में साहित्य खरीदी, वाहन इंधन, सीसीटीवी कैमरे, कम्प्यूटर तथा अन्य कार्यालयीन खरीदी के लिए 13 लाख रुपए की निधी प्राप्त हुई थी. परंतु प्रत्यक्ष साहित्य खरीदी न करते हुए फर्जी बिल दिखाकर लाखों रुपयों की निधी में अपहार किए जाने से संबंधित शिकायत जिला परिषद प्रशासन के पास प्राप्त हुई थी. जिसके चलते मुख्यकार्यकारी अधिकारी वसुमना पंत ने मामले की जांच हेतु जिला परिषद स्तर से जांच समिति को भिजवाया था और समिति ने मामले की जांच पूरी करते हुए तीनों लोगों को इस घोटाला मामले में प्रथमदृष्टया दोषी पाया. जिसके चलते तीनों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया. इस कार्रवाई की वजह से रिसोड पंचायत समिति सहित जिला परिषद स्तर पर भी अच्छी खासी खलबली व्याप्त है. विगत एक वर्ष के दौरान प्रभारी बीडीओ सहित 2 कर्मचारी को निलंबित किए जाने का यह पहला मौका है.