विदर्भ

प्राध्यापक भर्ती के उम्मीदवाराेंं के तीन माह अब पढ़ाई में ही बीतेंगे

नागपुर/दि.17 – प्रदेश में कोरोना का कहर कम होते ही शिक्षा क्षेत्र की गाडी धीरे-धीरे पटरी पर लौटने लगी है. अध्यापन क्षेत्र में कैरियर बनाने की चाह रखनेवाले उच्च शिक्षित युवाओं के आगामी तीन माह परीक्षा में ही बीतनेवाले है. राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय की पेट परीक्षा 28 अगस्त से 29 अगस्त को रखी गई है. इसके बाद सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय की स्टेट इलिजिबिलिटी टेस्ट (सेट परीक्षा) और नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की नेशनल इलिजिबिलिटी टेस्ट (नेट परीक्षा) क्रमश: सितंबर और अक्तूबर में है. ऐसे में आगामी तीन माह उम्मीदवारों को पढाई में बिताने होंगे.

पीएचडी धारक होना जरूरी:- बता दे कि महाविद्यालय या विश्वविद्यालय स्तर पर प्राध्यापक बनने के लिए उम्मीदवार को पीएचडी धारक होना अनिवार्य है. इसके अलावा उसे नेट या फिर सेट पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण करना भी जरूरी होता है. इस वर्ष नागपुर विश्वविद्यालय ने अपने पीएचडी नियमों में भारी शिथिलता लायी है. जिसके चलते इस बार पेट परीक्षार्थियों की संख्या में इजाफा हुआ है. विवि में 4 हजार 891 उम्मीदवारों ने पेट परीक्षा के लिए पंजीयन करवाया है. वही सेट परीक्षा 26 सितंबर को होगी. जिसके लिए 93 हजार से अधिक परीक्षार्थियों ने पंजीयन कराया है. वही सेट परीक्षा 26 सितंबर को होगी. जिसके लिए 93 हजार से अधिक परीक्षार्थियों ने पंजीयन कराया है. इसी तरह एनटीए की नेट परीक्षा 6 से 11 अक्तूबर के बीच होगी.

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