* शावकों के साथ खेलते समय वीडियो वायरल
गोंदिया/दि.13-नवेगांव-नागझिरा बाघ परियोजना में सालभर पहले वनविभाग ने बाघों का संवर्धन स्थानांतरण यह उपक्रम चलाते हुए तीन बाघिन को छोडा था. यह बाघिन अब बाघ परियोजना में स्थायी हुई है. इनमें से एनटी-2 बाघिन ने तीन शावकों को जन्म दिया है. इस बाघिन का उसके शावकों के साथ खेलते समय का वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. नवेगांव-नागझिरा बाघ परियोजना में तीन नए मेहमान आने से परियोजना की सुंदरता में चार चांद लगे है.
बाघों के संवर्धन के लिए महाराष्ट्र वनविभाग ने अब तक कुल तीन बाघिनों को नवेगांव-नागझिरा बाघ परियोजना में छोडा है. इसमें पहले चरण में एनटी-1 व एनटी-2 इस बाघिन को 20 मई 2023 को तथा दूसरे चरण मेें एनटी-3 नामक बाघिन को 11 अप्रैल 2024 को नागझिरा वन्यजीव अभयारण्य में निसर्गमुक्त किया गया था. इनमें से एनटी-2 बाघिन ने नवेगांव-नागझिरा बाघ परियोजना आरक्षित क्षेत्र में अपना अधिवास निर्माण किया है. वर्तमान स्थिति में ट्रैप कैमरे द्वारा एनटी-2 बाघिन की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है. एनटी-2 बाघिन ने अपने तीन शावकों के साथ एक जंगली भैसे की शिकार करते हुए कुछ तस्वीरें ट्रैप कैमरे में कैद हुई है.
* इनकी भूमिका रही महत्वपूर्ण
इस सफलता में अपर प्रधान मुख्य वनसंरक्षक (वन्यजीव) महाराष्ट्र राज्य नागपुर, अपर प्रधान मुख्य वनसंरक्षक (वन्यजीव पूर्व) नागपुर के मार्गदर्शन में तथा नवेगांव-नागझिरा व्याघ्र आरक्षित क्षेत्र, गोंदिया के क्षेत्र संचालक जयरामे गौडा आर, साकोली के उपसंचालक पवन जेफ, उपवनसंरक्षक प्रमोद पंचभाई, विभागीय वनअधिकारी अतुल देवकर, सहायक वनसंरक्षक सचिन डोंगरवार, व्ही.के. भोसले, वनपरिक्षेत्र अधिकारी सपना टेंभरे, दिलीप कौशिक व वनविभाग के अन्य कर्मचारियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
* व्हीएचएफ, जीपीएफ कॉलर से रखा जा रहा ध्यान
एनटी-2 बाघिन की गतिविधियों पर ध्यान रखने के लिए व्हीएचएफ/जीपीएस कॉलर और कैमरा ट्रैप जैसे आधुनिक संसाधनों का इस्तेमाल किया गया था. जिसमें संनियंत्रण कक्ष की महत्वपूर्ण भूमिका रही.
एनटी-2 बाघिन की गतिविधियों पर ध्यान रखने के लिए व्हीएचएफ/जीपीएस कॉलर और कैमरा ट्रैप जैसे आधुनिक संसाधनों का इस्तेमाल किया गया था. एनटी-2 बाघिन के शावकों का जन्म होने से परियोजना के उद्देश्य को नई सफलता और दिशा मिली है.
-पवन जेफ, उपसंचालक,
नवेगांव-नागझिरा व्याघ्र प्रकल्प आरक्षित क्षेत्र,
साकोली.