नागपुर/दि.1– प्रत्येकी एक लाख रुपए की रिश्वत मांगने के आरोप में केंद्रीय अपराध अन्वेषण विभाग ने (सीबीआइ) एक ही दिन दो स्वतंत्र अपराध दाखल कर इंडियन ऑईल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के तीन अधिकारियों को ताबे में लिया था. इन अधिकारियों के खिलाफ जांच शुरु रहते इंडियन ऑईल ने उन्हें निलंबित किया है.
इंडियन ऑईल के नागपुर विभागीय कार्यालय अंतर्गत दो रिटेल आऊटलेट के मालकों ने दर्ज करवाई गई शिकायत पर सीबीआय ने जाल बिछाया. इस कार्रवाई दरमियान आयओसीएल के बिक्री अधिकारी सुनील गोलार, आयओसीएल के महाव्यवस्थापक एन.पी. रोडगे एवं मुख्य व्यवस्थापक मनीष नंदले (चिल्लर बिक्री) को प्रत्येकी एक लाख की रिश्वत लेते रंगेहाथ ताबे में लिया. इन अधिकारियों को इंडियन ऑईल ने 25 मार्च को निलंबित किया.
इस मामले की जांच प्रक्रिया पर हम बारीकी से ध्यान रखे हुए हैं. ये अधिकारी दोषी पाये जाने पर इंडियन ऑईल के नियमानुसार आरोपी अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी. वस्तुनिष्ठ जांच सुनिश्चित करने के लिए जांच यंत्रणा को पूरी तरह से सहयोग किया जाएगा, ऐसा इंडियन ऑईल की ओर से स्पष्ट किया गया.