-
गांव तालाब के पास कर रही थी आंदोलन
-
लोतवाडा गांव तालाब हटाने की थी मांग
-
अधिकारी के दालान में दो आंदोलनकर्ता भी गिरफ्तार
दर्यापुर/दि.26 – तहसील के लोतवाडा गांव में गांव तालाब का पानी हर वर्ष गांव के लोगों के घर में घुसता है, जिसके कारण भारी नुकसान होता है. भविष्य में भी जनहानि को टाला नहीं जा सकता. इस गांव से तालाब हटाकर कही ओर निर्माण किया जाए या गांव तालाब के आउटलेट की दिशा बदले, इसके लिये 6 महिलाएं तालाब के पास आंदोलन कर रही थी. इसमें से सरपंच पंचफुला भीमराव कुराड, कोकीला राजू रक्षे, सुमित्रा सुभाष रायबोले इन तीन महिलाओं ने जहर गटक ने बाद आत्मदहन का भी प्रयास किया. बकाया तीन महिलाओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इन तीनों महिलाओं की हालत नाजूक होने के कारण उन्हें अमरावती जिला अस्पताल रेफर किया है. वहीं दूसरी तरफ ज्ञापन में दी गई चेतावनी के अनुसार गांधी चौक स्थित उपविभागीय जलसंधारण अधिकारी के दालान में जहर गटकने का प्रयास करने वाले दो आंदोलनकर्ताओं को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
इस गांव का तालाब हटाकर दूसरी जगह तालाब का निर्माण करें या तालाब के आउटलेट की दिशा दूसरी तरफ बदली जाए, इस मांग को लेकर 6 महिलाओं ने आंदोलन में भाग लिया. इसमें से महिला सरपंच समेत तीन महिला ने जहर गटकने के बाद आत्मदहन का प्रयास किया. तीन महिलाओं को पुलिस ने गिरफ्तार किया. जहर गटकने वाली इन तीनों महिलाओं को तत्काल दर्यापुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहां उनपर प्राथमिक इलाज के बाद उनकी हालत नाजूक होने के कारण डॉक्टर के कहने पर उन्हें अमरावती जिला अस्पताल रेफर किया गया.
दर्यापुर तहसील कें लोतवाडा गांव के लिए पाटबंधारे विभाग के माध्यम से 10 वर्ष पूर्व गांव तालाब तैयार किया गया था. इस तालाब के आउटलेट का पानी हर वर्ष गांव में घुस जाता है. कई नागरिकों को भारी नुकसान हो चुका है, ऐसे में जनहानि की बात को टाला नहीं जा सकता. इसके लिए सामाजिक कार्यकर्ता भीमराव कुराडे के नेतृत्व में गांववासियों ने प्रशासन को कई बार ज्ञापन सौंपा. सरपंच पंचफुला कुराडे ने भी ग्रामपंचायत के माध्यम से पाटबंधारे विभाग को संभावित खतरे से अवगत कराया. मगर प्रशासन लापरवाही पूर्वक काम कर रहा है. जनता की मांग के लिए किसी तरह का प्रस्ताव तैयार नहीं किया गया. पिछले वर्ष इसी जगह जलसमाधि आंदोलन भी भीमराव कुराडे के नेतृत्व में किया गया था.
24 तक दी थी चेतावनी
उस समय पाटबंधारे विभाग ने लिखित आश्वासन दिया था. इसके बाद भी किसी तरह की हलचल नहीं हुई. तब सरपंच पंचफुला कुराडे, कोकिलाबाई रक्षे, सुमित्रा रायबोले, राजू रक्षे, सुभाष रायबोले ने पाटबंधारे विभाग को 24 फरवरी तक की चेतावनी दी थी.
पाटबंधारे विभाग में भी दो गिरफ्तार
ज्ञापन सौंपे अनुसार शहर के गांधी चौक स्थित मृद व जलसंधारण उपविभागीय कार्यालय में सुबह से ही पुलिस बंदोबस्त तैनात किया गया था. इस बीच लोतवाडा के राजू रक्षे व सुभाष रायबोले ने उपविभागीय जलसंधारण अधिकारी के दालान में कीटनाशक गटकने का प्रयास किया, मगर वक्त रहते पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार किया.
नागरिकों में नाराजी
महिला सरपंच समेत आंदोलनकर्ताओं ने जलसंधारण विभाग समेत प्रशासन के सभी संबंधित विभाग को जहर पीकर आंदोलन करने की लिखित सूचना दी थी. शुक्रवार को लोतवाडा गांव में पुलिस के अलावा कोई भी अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित नहीं था. इसी तरह घटना के बाद उपजिला अस्पताल में इलाज के दौरान महिलाओं से पूछताछ करने के लिए कोई भी अधिकारी नहीं आया. जिससे गांववासियों में भारी नाराजगी देखी गई.
तालाब सुरक्षा दीवार निधि का प्रस्ताव भेजा
लोतवाडा के सरपंच व ग्रामवासियों की मांग के अनुसार जांच कर गांव तालाब की सुरक्षा दीवार के लिए निधि मंजूरी हेतू यह मामला मंत्रालय स्तर पर पेश किया गया हेै. वरिष्ठों के निर्देशानुसार आगे काम की कार्रवाई की जाएगी. आंदलनकर्ता प्रशासन का सहयोग करे.
– प्रशांत वानखडे, उपविभागी अधिकारी, जलसंधारण दर्यापुर
संबंधितों पर कार्रवाई करे
तालाब का निर्माण कार्य करते समय ही मैंने विरोध किया था. सालभर से प्रशासन को कई बार ज्ञापन, पत्रव्यहार किेया फिर भी प्रशासन ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया. मेरी पत्नी पंचशीला की हालत चिंताजनक है. देरी करने वाले सभी संबंधित अधिकारियों के खिलाफ निलंबित करने की कार्रवाई की जाए, ऐसा नहीं किया गया तो, मैं खुद आक्रमक भूमिका लूंगा.
– भीरामव कुराडे, सरपंच पति लोतवाडा