विदर्भ

‘उस’ हादसे में वर्धा जिले की भी तीन महिला मजदूरों की मौत

तीनों के गांव में फैली है शोक की लहर

वर्धा /दि.18– गत रोज नागपुर जिले के बाजारगांव मेें स्थित सोलर पैनल के कारखाने में विस्फोट होने के चलते वहां पर काम कर रहे 9 महिला व पुरुष मजदूरों की मौत हुई थी. मारे गए मजदूरों में वर्धा जिले से वास्ता रखने वाली तीन महिला मजदूरों का भी समावेश है. जिसके चलते उन महिला मजदूरों के गांवों में शोक की लहर व्याप्त है. जानकारी के मुताबिक सोलर पैनल इंड्रस्टी के कारखाने में मारे गए मजदूरों में वर्धा जिले के कन्नमवार गांव की रहने वाली श्वेताली दामोदर मारबते (21), ढगा गांव की रहने वाली रुमिता विलास उइके (24) तथा कारंजा घाडगे की रहने वाली पुष्पा विलास मानापुरे (40) का समावेश है.

पता चला है कि, कारंजा की रहने वाली पुष्पा मानापुरे विगत करीब 3 वर्षों से अपने बेटे-बेटी के साथ कारंजा में रहने वाले अपने पिता बलराम नासरे के यहां ही रहती थी और बाजारगांव स्थित कंपनी में रोजाना नियमित तौर पर आना-जाना करने के साथ ही वहां पर काम करते हुए अपने परिवार का खर्च चलाया करती थी. इस हादसे में पुष्पा मानापुरे की मौत हो जाने के चलते उसके दोनों बच्चे अनाथ व निराधार हो गए है. इसी तरह कारंजा तहसील के कन्नमवार गांव बांग्लापुर व ढगा सहित आसपास के परिसर में उक्त सोलर इंड्रस्टी की बस नियमित तौर पर आती है. जिसके जरिए क्षेत्र में रहने वाले कंपनी के मजदूर रोजाना अपने काम पर आना-जाना करते है. इसी बस के जरिए गत रोज सुबह श्वेताली व रुमिता भी अपने कंपनी में काम पर गई थी. लेकिन सुबह 9 बजे कंपनी में हुए विस्फोट में उनकी मौत हो जाने की जानकारी उनके परिजनों को पता चली, तो उनके परिजन अपना कामकाज छोडकर उक्त कारखाने की ओर भागे इन दोनों महिला मजदूरों के घरों की भी आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर है. ऐसे में परिवार को सहारा देने के लिए दोनों युवतियां काम किया करती थी.

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