आज मेलघाट में 131 मचानो से प्राणी गणना
बुद्ध पूर्णिमा की रात हर वर्ष की जाती है गणना
* निसर्ग प्रेमी पहले से करते है ऑनलाईन बुकिंग
अमरावती/दि.23– जिले के मेलघाट व्याघ्र प्रकल्प अंतर्गत हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी बुद्ध पूर्णिमा के दिन यानी गुरुवार 23 मई की रात वन्यप्राणी गणना की जानेवाली है. इस प्राणी गणना का प्रत्यक्ष उपस्थित रहकर निसर्ग का लाभ उठाने के लिए निसर्गप्रेमी ऑनलाईन बुकिंग करते है. व्याघ्र प्रकल्प द्वारा ‘मैझिक मेलघाट डॉट इन’ पोर्टल पर बुकिंग सुविधा उपलब्ध कर दी गई थी. इस कार्यक्रम के लिए मेलघाट व्याघ्र प्रकल्प अंतर्गत 131 मचान उपलब्ध की गई है. इस मचान से बुद्ध पूर्णिमा चंद्र प्रकाश में निसर्ग के सौंदर्य के साथ विविध प्राणी देखने को अवसर उपलब्ध होनेवाला है.
23 मई की रात आयोजित वन्य प्राणी गणना कार्यक्रम के लिए सिपना वन्यजीव विभाग में 20, गुगामल वन्यजीव विभाग में 32, अकोट वन्यजीव विभाग में 44 और मेलघाट वन्यजीव विभाग में 35 ऐसे कुल चार वन्यजीव विभाग में 131 मचानो की व्यवस्था की गई है. 131 मचानो पर 131 निसर्ग प्रेमियों को बैठने का अवसर मिलनेवाला है. प्रत्येक मचान पर एक निसर्ग प्रेमी के साथ वनविभाग की तरफ से एक गाईड अथवा वन कर्मचारी दिया जानेवाला है. इस तरह एक मचान पर दो व्यक्ति रहेगे. इसके लिए निसर्ग प्रेमियों को करीबन ढाई हजार रुपए शुल्क भी वनविभाग को अदा करना पडा.
* यह प्राणी देखने का अवसर
निसर्ग अनुभव के दौरान निसर्ग प्रेमियों को मेलघाट में पट्टेदार बाघ, तेंदूआ, भालू, बारासिंगा, हिरण, जंगली मुर्गी, जंगली बिल्ली, घुंस, चिंकारा, उल्लू, खरगोश, मोर, चौसिंगा आदि प्राणी देखने का अवसर मिलनेवाला है.
* नियमो का पालन अनिवार्य
इस निसर्ग अनुभव कार्यक्रम के लिए मचान पर खाना और पानी दिया जाएगा. संरक्षित क्षेत्र का नियम सभी के लिए अनिवार्य रहेगा. सहभागियों को मचान तक वाहन ले जाते नहीं आ सकेंगे. साथ ही सभी के कपडे निसर्ग से मिलते-जुलते होने चाहिए. किसी को भी मचान का चयन करते नहीं आ सकेंगा और बदलाव भी करते नहीं आएगा. मांसाहार और धुम्रपान करने पर मनाई है. प्रवेश लेने के पूर्व सभी सहभागी व्यक्तियों की जांच की जाएगी. जांच में कोई आपत्तिजनक वस्तु पाए जाने पर संबंधित का रजिस्ट्रेशन रद्द होगा.