नागपुर/दि.1– दीपावली के अवकाश में बस और विमान के बढे किराए और ट्रेन के आरक्षण की समस्या पर मात करने के लिए समृद्धि महामार्ग पर लाखों वाहन दौडे ही नहीं बल्कि टोल के माध्यम से तिजोरी में 22 दिनों में 31 करोड से भी अधिक रुपए जमा हुए हैं.
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का यह ड्रिम प्रोजेक्ट है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथो व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में 1 वर्ष पूर्व हिंदूहृदयसम्राट बालासाहब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धि महामार्ग का शिर्डी तक लोकार्पण किया गया. शुरुआत में विरोध करनेवालों ने बाद में समर्थन किया. शिर्डी से मुंबई तक इस महामार्ग का काम युद्धस्तर पर जारी है. प्रारंभ में इस महामार्ग पर काफी कम यातायात था. बाद में दुर्घटनाओं के कारण इसका प्रमाण और कम हो गया. इस बार दिवाली में रेलवे के आरक्षण की समस्या, निजी ट्रैवल्स का बेतहाशा किराया और विमान के टिकट काफी रहने से अनेकों ने खुद की कार से घर आने के लिए अथवा घूमने जाने के लिए समृद्धि महामार्ग का इस्तेमाल किया. 1 नवंबर से 21 नवंबर के दौरान सवा पांच लाख से अधिक छोटे-बडे चार पहिया वाहन इस समृद्धि महामार्ग पर दौडे हैं. इस बार की दिवाली समृद्धि के लिए शानदार रही. कार की संख्या बढते ही टोल के माध्यम से राजस्व में भी भारी बढोतरी हुई. साधारणत: हर दिन 50 लाख रुपए से अधिक की बढोतरी होने का अनुमान व्यक्त किया गया. 1 नवंबर को 1 करोड 47 रुपए का सर्वाधिक राजस्व दिवाली के बाद, सप्ताह के रविवार 19 नवंबर को 1 करोड 89 लाख 75 हजार 365 रुपए तिजोरी में जमा हुए. जो ठेकेदार यानी टोल वसूली करने वालों को मिले. लक्ष्मी पूजन की पूर्व संध्या पर 1 करोड 88 लाख 74 हजार 205 रुपए टोल जमा हुआ. दिवाली के दो दिन पूर्व 1 करोड 82 लाख 84 हजार 225 रुपए राजस्व मिला.
दिवाली के दूसरे दिन सोमवार 13 नवंबर को सबसे कम 1 करोड 18 लाख 23 हजार 300 रुपए मिले. 12 से 16 नवंबर के दौरान टोल का राजस्व औसतन 1 करोड 20 लाख रुपए के आसपास था. शेष अधिकांश दिनों का राजस्व डेढ करोड रुपए से अधिक रहा. 9 से 12 नवंबर तक आय पौने दो करोड थी. पश्चात के सप्ताह के तीन दिन डेढ करोड के करीब आय हुई. समृद्धि पर कार की संख्या साधारणत: 10 से 11 हजार के आसपास रहती है. दिवाली की छुट्टियों में इसमें भारी बढोतरी हुई दिखाई दी. नवंबर के पहले 21 दिनों में 3 लाख 82 हजार 416 कार ने भ्रमण दिया. 22 नवंबर को 21 हजार 868 वाहनोें से 1 करोड 47 लाख 69 हजार 240 रुपए वसूल हुए. 18 व 19 नवंबर को 64 हजार 500 से अधिक वाहनों ने इस मार्ग से सफर किया. इन दोनों दिनों में 3 करोड 65 लाख रुपए से अधिक राजस्व मिला.