नांदगांव खंडेश्वर/दि.24 – सरकारी राशन दुकान में से गरीब लाभार्थियों को नि:शुल्क वितरित किये जा रहा चावल व्यापारियों को 12 रुपये प्रति किलों दर से बेचा जा रता है, जिससे सरकारी आदेश की धज्जियां उड रही है.
यहां बता दें कि छोटे व्यापारी रास्ते पर घुमने वाले गरीब लोगों को मिलने वाला चावल 12 रुपए प्रति किलो दर से खरीदी करते है. इसके बाद जमा चावल का स्टॉक बडे व्यापारियों को बचा जाता है. बडे व्यापारी चावल पर फिल्टर की प्रक्रिया पूरी कर बाजार में अनापशनाप दाम पर बिक्री के लिए लाते है. जिससे व्यापारी मालामाल हो रहे है. कोरोना काल में लॉकडाउन के चलते अनेक गरीबों के रोजगार प्रभावित हुए है. उनकी आर्थिक स्थिति बिकट रहने से उन्हें मदद मिल सके, इसलिए सरकार की ओर से मुफ्त चावल की आपूर्ति कराकर उन्हें सहारा देने का प्रयास किया गया. लेकिन मुफ्त मिलने वाला चावल 12 रुपए प्रति किलों खरीदने के लिए ऑटो अथवा मैटॅडोर से घुमकर खुलेआम खरीदी करने वाले रैकेट सक्रीय हो गया है. जरुरतमंदों को कुछ पैसे देकर या फिर कुछ लोगों को 3 किलो चावल के साथ एक किलो शक्कर देने का भी व्यवहार किया जा रहा है. राशन का चावल सीधे सीधे व्यापारी डकार रहे हैैं. जिससे सरकार के आदेश की धज्जियां उड रही है.