मोर्शी के कोविड अस्पताल में कोरोना मरीज पर उपचार संभव
पूर्व कृषिमंत्री डॉ. अनिल बोंडे के प्रयासो को मिली सफलता
मोर्शी/दि.22 – ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना के बढ़ते प्रभाव के कारण शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र मेें भी अनेक व्यक्तियों की मृत्यु हो चुकी है. ग्रामीण क्षेत्र के नागरिको को बड़े शहर में कोरोना के मरीजों पर उपचार करने के लिए बड़ी रकम देनी पड़ती है. जिसके कारण मोर्शी व वरूड विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र संघ के पूर्व विधायक तथा राज्य के कृषिमंत्री डॉ. अनिल बोंडे ने मोर्शी में तत्काल कोविड अस्पताल शुरू करने संदर्भ में जिलाधिकारी तथा शासनस्तर पर पत्र व्यवहार किया था. मोर्शी उपजिला अस्पताल में 20 पलंग का अस्पताल शुरू किया. शहर के बीच रहनेवाला उपजिला अस्पताल में कोविड अस्पताल बंद किया जाए.. इस मांग का निवेदन कांग्रेस के पदाधिकारियों ने उपविभागीय अधिकारी को दिया था. किंतु गरीब मरीजों की सुविधा के लिए पूर्व कृषिमंत्री डॉ. बोंडे के प्रयासों को सफलता मिली और प्रशासन की ओर से उपजिला अस्पताल में सभी सुविधायुक्त कोविड 19 कक्ष शुरू किए जाने से पॉजिटीव मरीजों पर उपचार करना संभव हुआ. विगतवर्ष दिसंबर तथा फरवरी माह में कोरोना मरीजों की संख्या कम होने के कारण अनेक जगह कोविड अस्पताल बंद किए गये थे. इस साल मार्च महिने में कोरोना महामारी की दूसरी लहर प्रारंभ होने से गांव गांव में कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ जाने से बड़े शहरों मेें अस्पताल में कोरोना मरीज भर्ती करने के लिए जगह उपलब्ध न होने के कारण अनेक कोरोना संक्रमितों की मृत्यु हो चुकी है. मार्च-अप्रैल इस माह में मोर्शी तहसील में लगभग दो हजार कोरोना के नये मरीज दिखाई दिए जाने से अनेक कोरोना पॉजिटीव मरीजों पर मोर्शी में उपजिला अस्पताल में कोविड अस्पताल में उपचार संभव हो गया है. यहां पर मोर्शी तथा कळमेश्चवर नागपुर व अन्य जगह से आए अनेक मरीज उपचार ले रहे है.