विदर्भ

हिंदी विश्‍वविद्यालय में पूर्व राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी को दी श्रद्धांजलि

वर्धा दि. 02 सितंबर 2020 : भारत के पूर्व राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर उन्‍हें महात्‍मा गांधी अंतरराष्‍ट्रीय हिंदी विश्‍वविद्यालय की ओर से भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्‍ल की अध्‍यक्षता में प्रशासनिक भवन में शोकसभा रखी गई जिसमें प्रतिकुलपति प्रो. चंद्रकांत रागीट, प्रो. मनोज कुमार, कुलसचिव क़ादर नवाज़ ख़ान, समेत अनेक अध्‍यापकों एवं अधिकारियों ने प्रणब मुखर्जी के चित्र पर पुष्‍पार्पण कर श्रध्दासुमन अर्पित किया। विदित है कि पूर्व राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी का 31 अगस्‍त  को दिल्‍ली में निधन हुआ। वे 84 वर्ष के थे। 2012 से 2017 तक देश के 13वें राष्‍ट्रपति रहते हुए प्रणब मुखर्जी विश्‍वविद्यालय के कुलाध्‍यक्ष भी थे। इस दौरान उन्‍होंने विद्यार्थियों तथा अध्‍यापकों के साथ सतत संवाद बनाए रखा। विश्‍वविद्यालय के विकास में उनका महत्‍वपूर्ण योगदान रहा है। वित्‍तमंत्री रहते विश्‍वविद्यालय के प्रयागराज और कोलकाता केंद्रों के  विकास के लिए उन्‍होंने वित्‍तीय सहायता प्रदान की थी। निवृत्‍त होने के बाद भी एक सर्वमान्‍य व्‍यक्ति के रूप और उनकी विशिष्ट पहचान थी। अपनी सौम्‍य और भद्र छवि से वे अजातशत्रु के रूप में जाने जाते थे।

उन्हें सरकार ने पिछले वर्ष अगस्‍त में सर्वोच्‍च नागरिक सम्‍मान भारत रत्‍न से विभूषित किया था। इसके साथ ही वे भारत रत्‍न पाने वाले पांचवें राष्‍ट्रपति बने थे। 1982 में वे महज 47 साल की आयु में देश के सबसे युवा वित्‍त मंत्री बने। श्री मुखर्जी ने डॉ. मनमोहन सिंह सरकार में विदेश, रक्षा और वित्‍त जैसे प्रमुख मंत्रालयों में अपना अमूल्य योगदान दिया था. विभागों को संभाला था।

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