विदर्भ

अमरावती जिले में दो किसानों ने की खुदकुशी

लेहेगांव/दि.25-मोर्शी तहसील के धामणगांव (काटपुर) और अंजनगांव सुर्जी के प्रत्येकी एक अल्पभूधारक किसान ने कर्ज से त्रस्त होकर मौत को गले लगा लिया.

धामणगांव (काटपुर) के एकनाथ नामदेवराव सुंदरकर (64) नामक किसान ने 21 अप्रैल को आत्महत्या कर ली. उन्होंने अपने खेत के कुएं में कूदकर खुदकुशी की. उनके पास सिंचित दो एकड खेती होकर इस पर ही परिवार की आजीविका चलती थी. उनके पश्चात पत्नी, दो पुत्र, पुत्री समेत भरापूरा परिवार है. एकनाथ सुंदरकर पर बैंक का 50 हजार और निजी 50 हजार तथा अन्य लोगों से लिया कर्ज ऐसा कुल डेढ लाख रुपए का कर्ज थी. इसी तरह कापूस तलणी के दिनेश रामदास भागवत (52) नामक किसान ने कर्ज से बोझ बढने से आत्महत्या कर ली. कापूसतलणी से सोनगांव मार्ग से सटकर मां के नाम पर खेत है. खेत में एक पेड पर फांसी लगाकर उन्होंने अपनी जीवनयात्रा समाप्त कर दी. यह घटना 24 अप्रैल को उजागर हुई. दिनेश भागवतकर के पास डेढ एकड खेत है. उनपर सेंट्रल बैंक का कर्ज रहने की बात उनके परिजनों ने बताई. वे अपने पश्चात मां, पत्नी, पुत्र ऐसा परिवार छोड गए है. रहिमापुर पुलिस ने घटनास्थल का पंचनामा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा.

* पुनवट में भी किसान आत्महत्या
वणी-शिरपुर पुलिस थाना क्षेत्र में आने वाले पुनवट के एक किसान ने जहर गटक कर आत्महत्या करने की घटना सामने आई है. माधव दशरथ बोबडे (54) मृत किसान का नाम है.23 अप्रैल को दोपहर 3 बजे के करीब माधव बोबडे ने विष प्राशन किया. इसकी जानकारी मिलते ही परिवार के सदस्यों ने उन्हें वणी के अस्पताल में भर्ती किया, लेकिन उपचार के दौरान शाम 6.30 बजे उनकी मृत्यु हो गई. माधव बोबडे के नाम पर पुनवट में खेत है. उनके पश्चात पत्नी, दो पुत्री ऐसा परिवार है. उनकी आत्महत्या का कारण पता नहीं चल पाया है.

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