विदर्भ

जिले में दो किसानों की आत्महत्या

कर्ज के बोझतले दबने से उठाया आत्मघाती कदम

  • वाठोडा बु. और शिरजगांव कसबा में सामने आयी घटना

धामणगांव रेलवे/दि.29 – नैसर्गिक आपदा के कारण फसलों की बर्बादी और कर्ज के बोझतले परेशान एक युवा किसान ने जहर पीकर आत्महत्या करने की घटना रविवार की सुबह 8 बजे के दौरान सामने आयी.
अशोक नामदेव कवटकार (57, वाठोडा बु. तहसील धामणगांव रेलवे) यह जहर पीकर आत्महत्या करने वाले किसान का नाम है.बताया जाता है कि अशोक के पास 2 एकड पुश्तैनी खेती है. बीते 4 वर्षों से नैसर्गिक आपदाओं के चलते लगातार हो रहे फसलों के नुकसान के चलते वह काफी चिंतीत था. खेती साथ नहीं देने से कर्ज का बोझ लगातार बढते गया. अशोक ने कैसे बैसे बडी बेटी की शादी निपटाई. मजदूरी के भरोसे 3 बेटी और पत्नी का भरनपोषण चल रहा था. इसलिए वह काफी चिंता में था. इसी चिंता में अशोक ने रविवार को जहर गटक लिया. उसे परिजनों ने सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती किया. जहां इलाज के दौरान अशोक ने आखरी सास ली.

शिरजगांव कसबा में भी अल्पभूधारक किसान की आत्महत्या

चांदूर बाजार तहसील में आने वाले शिरजगांव कसबा के अल्पभूधारक किसान नंदकिशोर निचत (44) ने 25 नवंबर को गुरुदेव नगर क्षेत्र में अपने घर में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
बता दे कि, नंदकिशोर निचत के पिता का निधन होने के बाद 2 एकड खेत में काम कर नंदकिशोर ने अपने परिवार का पेट भरने का काम शुरु रखा था, लेकिन खेती से भी अपेक्षित आय नहीं मिल रही थी. वहीं उसपर कर्जा भी बढ गया था. यह कर्जा लौटाने की चिंता उसे सता रही थी. इसी चिंता में नंदकिशोर निचत ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.

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