* गोरेवाडा में लेजाकर छोडेंगे
गडचिरोली/ दि.17 – आरमोरी तहसील में लगातार दो दिनों में एक महिला व एक पुरुष का शिकार करने वाले बाघ टी- 9 को पकडने में वन विभाग के दल को सफलता मिली है. उसे ताडोबा के शार्प शूटर टीम ने बेहोशी का इंजेक्शन (डार्ट) देकर बेहोश करने के बाद अपने कब्जे में लिया. अब उसे गोरेवाडा के जंगल में छोडा जाएगा.
शाम 6.30 बजे यह कार्रवाई की गई. देसाईगंज के पास कोंढाला परिसर में पिछले कई दिनों से आवागमन करने वाले टी-1 और टी-2 इन बाघ के अलावा शावक रहने वाले टी-9 ने अब तक अपना स्वतंत्र क्षेत्र निर्माण करने के लिए आरमोरी तहसील में दौड लगाई है. दो दिन पूर्व बाघ ने 24 घंटे के अंदर अरसोडा व आरमोरी में दो किसानों का शिकार किया है. इस वजह से उस बाघ को पकडने की मांग जोर पकड रही थी. उस बाघ से लोगों को खतरा और बढने न पाये, इस वजह से वरिष्ठों के निर्देशों पर उसे बेहोश कर पकडने का निर्णय लिया गया.
जिसके अनुसार सोमवार की शाम आरमोरी के पास डम्पिंग वार्ड परिसर में युवा भैसे के बछडे को शिकार के रुप में रखकर ताडोबा से आये शार्ट शूटर की टीम ने जाल बिछाया. बाघ उस बछडे पर हमला करने के लिए आते ही उसपर बेहोशी का इंजेक्शन गण से फायर किया गया. भैस के बछडे को किसी भी तरह का नुकसान नहीं हुआ. यह अभियान वनसंरक्षक डॉ. किशोर मानकर, प्र उपवनसंरक्षक निलेश शर्मा के मार्गदर्शन में ताडोबा के पशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रविकांत खोब्रागडे व शूअर अजय मराठे की टीम ने पूरा किया. उस बाघ को अब गोरेवाडा के जंगल में छोडा जाएगा.