विदर्भ

टाकरखेडा संभु के श्रीराम मठ को दो हजार वर्ष का इतिहास

रामनवमी पर्व पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन

  • छह चक्कों का विशेष रथ हो रहा तैयार

टाकरखेडा संभु/दि.9 – यहां के दो हजार वर्ष पुराने श्रीराम मठ को अनन्यसाधारण महत्व प्राप्त है. मठ की यह वास्तु लाखों भक्तों का श्रद्धास्थान है. हर वर्ष रामनवमी पर्व पर यहां विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. भक्तों की भारी भीड इन आयोजनों में उमडती है. इस वर्ष भी रामनवमी पर्व पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन श्रीराम मठ व्दारा किया गया है.
दो हजार वर्ष पहले महंत शंभु माली ने इस श्रीराम मठ की स्थापना की थी. तब से लेकर अब तक इस मठ में श्रीरामनवमी महोत्सव धूमधाम से मनाया जाता है. शंभु माली ने इस मठ की स्थापना करते वक्त प्रभु श्रीरामचंद्र के लिए एक गादी बनायी थी वह गादी आज भी मठ में अस्तित्व में है. इस गादी के दर्शन के लिए दूर-दूर से भाविक आते है. अब तक इस मठ को 14 महंत मिले शिवभारती मंहत के निधन पश्चात अभी तक नया महंत का चुनाव नहीं हुआ है. गोसावी कुल के महंतों ने ही अब तक इस मठ का कारभार संभाला है. इस मठ का प्रमुख गोसावी वंश का ही रहना जरुरी है.
रामनवमी के दिन आधी रात को मठ में हनुमानजी का मुखोटा, कपडे, काठियां आदि गोसावी वंश के व्यक्ति को परिधान की जाती है. इस दौरान भव्य रथ तैयार कर इस पर राम-लक्ष्मण की मूर्ति व सवारी यह उत्सव का मुख्य आकर्षण होता है. इस वर्ष 6 अप्रैल से पारंपरिक उत्सव की शुरुआत हुई. कल रविवार को मुख्य श्रीराम जन्म समारोह का आयोजन किया जाएगा. सुबह 12 बजे तक श्रीराम जन्मोत्सव कार्यक्रम उसके बाद हनुमान व श्रीराम शोभायात्रा का आयोजन किया जाएगा. भजन कार्यक्रम से इस समारोह का समापन किया जाएगा.

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