विदर्भ

दो युवकों की सांप के काटने से मौत

सांप (Snake) पकडने का अधुरा ज्ञान जानलेवा साबित हुआ

  • कवड्या समझकर मण्यार को पकडा

  • पिंपरी मेघे गणेशपुर मार्ग की घटना

वर्धा/दि. १४ – अप्रशिक्षित सर्पमित्रों ने शराब पी और ऐसी स्थिति में कवड्या समझकर मण्यार को पकडा. मोटरसाइकिल पर बेखौफ ले जाते समय सांप ने दो युवकों को काट लिया, जिसके चलते इलाज के दौरान दोनों युवकों की मौत हो गई. यह सनसनीखेज घटना पिंपरी मेघे परिसर के गणेशपुर मार्ग पर घटी.
सागर महाजन व राहुल समर्थ यह सांप के काट लेने के कारण मरने वाले दोनों युवकों का नाम है. सागर और राहुल ने बगैर जहर रहने वाले कवड्या सांप समझकर सांप को पकडा और प्लॉस्टिक की बरणी में रख लिया. घर लाने के बाद उसके साथ खेल भी खेला. इस दौरान राहुल और सागर को सांप ने बार-बार काटा. मगर दोनों ने कवड्या सांप होने की बात समझकर सांप के काटने को गंभीरता से नहीं लिया. परंतु रात के समय दोनों का मन विचलाने लगा तब उन्हें अस्पताल ले जाया गया. वहां डॉक्टर ने जहरीले सांप ने काट लेने की बात स्पष्ट रखी. रविवार को बरणी में रखे सांप को सर्प तज्ञों ने देखा और उन्हें आश्चर्यजनक जोरदार झटका लगा. दोनों बगैर जहर वाले कवड्या सांप समझकर उसके साथ खेल खेला. जबकि यह सांप चक्क मध्य भारत के और नाग से भी भयंकर जहरीला मण्यार होने की बात समझ में आयी.
सांप की जबतक सही पहचान नहीं होती तब तक सांप पकडने का तरीका तथा सांप के वार करने का तरीका समझ नहीं आता कोई भी सांप पकडने का प्रयास न करे, ऐसी प्रतिक्रिया संजय इंगले तिगांवकर ने व्यक्त की. अंधश्रद्धा निर्मुलन के लिए शिविर आयोजित किया गया था. उस समय विदर्भ में जनजागृति की गई थी. मगर अधुरा प्रशिक्षण लेने वाले कुछ लोगों ने सांप का व्यवसाय शुरु कर सांप पकडने लगे. शास्त्रशुध्द ज्ञान नहीं ऐसे अधुरे ज्ञान वाले युवकों ने यह काम शुरु किया. सांपों का स्टेज शो पर बंदी होने के बाद भी सांपों का स्टेज शो लिया जाता है. सांप पकडने के पैसे लिये जाते है. इसके कारण किसी को भी सर्पमित्र होने का प्रमाणपत्र न दें ऐसा संजय इंगले तिगांवकर ने व्यक्त किया.

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