नागपुर/दि.5– राज्य में ग्रीष्मकाल में गर्मी की तपन बढती ही जा रही है. विदर्भ में सूर्य आग उगल रहा है. तापमान का पारा अब 42 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो गया है. ग्रीष्मकाल में वह औसतन की अपेक्षा अधिक रहने की संभावना व्यक्त की गई है. इस दौरान अब फिर एक बार भारतीय मौसम विभाग ने राज्य में 6 अप्रैल से बेमौसम बारिश का संकट होने की जानकारी दी है.
5 अप्रैल से ही राज्य में बारिश के लिए पोषक वातावरण तैयार हो रहा है. जिसके कारण गर्मी की तपन से राहत मिलने की अपेक्षा उसमें वृध्दि होने की बेहद संभावना है.
भारत में इस साल अप्रैल से जून इस कालावधि में गर्मी की तपन औसतन की अपेक्षा अधिक रहेगी. ऐसी चेतावनी भारतीय मौसम विभाग ने दी थी. महाराष्ट्र में उसकी लहर आ रही है. तापमान में तेजी से वृध्दि होने की शुरूआत हुई है. राज्य में सबसे अधिक तापमान विदर्भ में है बुधवार से 42 डिग्री सेल्सिअस तक पहुंच गया है. उसमें भी अब मौसम विभाग ने नया अनुमान घोषित किया है. वह गर्मी का नहीं बेमौसम बारिश का है. आगामी 6 से 9 अप्रैल दौरान राज्य में ओले गिरने के साथ बेमौसम बारिश की संभावना व्यक्त की गई है. शुक्रवार से ही राज्य मेें बारिश के लिए एक पोषक वातावरण होता हुआ दिखाई देगा. विदर्भ में तापमान का पारा बढ जाने पर भी विगत दो दिनों से सुबह के लगभग बदरीला वातावरण है. राज्य के मध्य महाराष्ट्र, मराठवाडा और विदर्भ के कुछ जिले में कुछ जगह पर बिजली की कडकडाहट के साथ तूफानी बारिश तथा कुछ जगह पर हल्की बारिश होने की संभावना मौसम विभाग ने व्यक्त की है. एक और गर्मी की लहर की चेतावनी तथा दूसरी ओर बेमौसम बारिश का अनुमान के कारण राज्य के नागरिक भी संभ्रम में है.