पुजारियों के विरोध के बाद उत्तराखंड देवस्थानम बोर्ड बर्खास्त
देहरादुन/दि.1 – उत्तराखंड में धामी सरकार ने आगामी वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले देवस्थानम बोर्ड को बर्खास्त कर दिया है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को कहा कि सभी पहलुओं को समझने के बाद हमने चारधाम देवस्थानम अधिनियम को वापस लेने का फैसला लिया है.
दो वर्ष पहले भाजपा के ही त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार ने देवस्थानम बोर्ड का गठन किया था. यह चारधाम केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री समेत 51 मंदिरों का प्रबंधन देख रहा था. चारधाम के पुजारी इस बोर्ड का विरोध कर रहे थे. धामी ने मुख्यमंत्री बनने के बाद इस मामले पर मनोहर कांत ध्यानी की अध्यक्षता में समिति गठित की थी. इसमें रविवार को अपनी सिफारिशें सीएम को सौंपी. जिसके बाद यह फैसला हुआ. बोर्ड को बर्खास्त करने के फैसले का चारधाम हक-हकूकधारी तीर्थ पुरोहित महापंचायत के अध्यक्ष के.के.कोठियाल ने स्वागत किया. उन्होंने कहा कि देवस्थानम बोर्ड को बर्खास्त करने के लिए दो वर्ष से संघर्ष किया जा रहा था. संगठन का कहना था कि यह मंदिरों पर उनके परंपरागत अधिकारों का उल्लंघन है. वहीं धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि इस फैसले में पंडा पुरोहितों तथा पुजारियों के हितों का पूरा ख्याल रखा गया है.