विदर्भ

वेकोली, एसबीआई में पदभर्ती के करोडों रुपए के रैकेट का भांडाफोड

सुसाइड नोट के कारण हुआ गिरोह का पर्दाफाश

* तीन गिरफ्तार, मुख्य आरोपी फरार
नागपुर/ दि.17 – वेकोली, एसबीआई और रेलवे में नौकरी देने के नाम पर सैकडों बेरोजगारों के साथ धोखाधडी करने वाले अंतरराज्यीय रैकेट का नागपुर ग्रामीण पुलिस ने भांडाफोड किया है. इस गिरोह ने नौकरी का प्रलोभन देकर बेरोजगारों को करोडों रुपयों से ठगा हेै. इस गिरोह की शिल्पा राजीव पालपर्ती, कुंदन कुमार उर्फ राहुल सिंग उर्फ रमेश शर्मा (34, पटना), मोहम्मद दानिश जिशान आलम उर्फ रसीद अनवर आलम (35, सुलतानगंज, पटना) को गिरफ्तार किया गया है. परंतु अब तक मुख्य आरोपी पुलिस के हाथ नहीं लग पाया.
सोमवार को पुलिस अधिक्षक विजय मगर और उपविभागीय पुलिस अधिकारी राजेंद्र निकम ने पत्रकार परिषद में यह जानकारी दी. सावनेर स्थित खुरजगांव निवासी सतिश प्रकाश आडे (30) की शिकायत के अनुसार 26 जुलाई 2021 को आरोपी अमित कोवे, शिल्पा पालपर्ती और रमेश कामोने ने वेकोली या एसबीआई बैंक में नौकरी लगाने का प्रलोभन देकर उनके पत्नी के साथ 11 लाख 17 हजार रुपए की धोखाधडी की थी. इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने तहकीकात करते हुए इस रैकेट का भंडाफोड किया है.

आत्महत्या करने वाला कोवे था सामाजिक कार्यकर्ता
– आरोपी कोवे का वायरल हुआ सुसाइड नोट के अनुसार गिरोह सुनिश्चित बेरोजगार युवाओं को टारगेट कर वेकोली, रेलवे और एसबीआई बैंक में नौकरी दिलाने का दावा करते थे.
– इस गिरोह का जाल नागपुर, विदर्भ समेत पटना तक फैला हुआ होने की जानकारी सुसाइड नोट में उल्लेख की थी. सामाजिक कार्यकर्ता रहने वाले अमित कोवे को आदिवासी सेवक पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.
– संबंधित गिरोह ने उनमें शामिल किया, ऐसी चर्चा है. कोवे ने अपने सुसाइड नोट में आरोपी रसीद आलम (50), कुंदन कुमार उर्फ राहुल सिंग (45) समेत कथित रेलवे अधिकारी तिवारी (55), खुराना (50), शिल्पा पालपर्ती (40), गडचिरोली के तुपट (45), सकतेल (45), नागपुरे (45), कोचे (35) के नामों का उल्लेख है.

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