विदर्भ

14 सालों से विदर्भ का वैभव ‘शकुंतला’ ट्रेन बंद

आर्वी से पुलगांव रेल मार्ग हुआ विरान

  • 1917 में ब्रिटीश कंपनी क्लिक्स एडं निक्सन ने की थी शुरुआत

वर्धा/दि.25 – जिले की तीन तहसीलों से समृद्धि महामार्ग गया है. अब बुलट ट्रेन भी दौडायी जाएगी. जिसके लिए दो रेल्वेस्टेशनों का निर्माण भी किया जाएगा. किंतु बुलट ट्रेन की दौडधूप में पिछले 14 सालों से विदर्भ का वैभव शकुंतला ट्रेन बंद है. आर्वी से पुलगांव मार्ग पर दौडने वाली शकुंतला एक्सप्रेस की यात्रियो को अब भी प्रतिक्षा है. शकुंतला ट्रेन की शुरुआत 1917 में इंग्लैण्ड की क्लिक्स एंड निक्सन कंपनी व्दारा आर्वी-पुलगांव मार्ग पर की गई थी.
इस नॅरोगेज टे्रन को शकुंतला का नाम अमरावती जिले के पूर्व सांसद कॉमरेड स्व. सुदाम देशमुख ने दिया था. शकुंतला नॅरोगेज टे्रन अचलपुर से मूर्तिजापुर के बीच भी चलायी गई थी. तत्कालीन सांसद स्व. सुदाम देशमुख ने भी शकुंतला को स्वतंत्र कराने हेतु प्रयास किए थे. देश स्वतंत्र हुआ किंतु शकुंतला स्वतंत्र नहीं हुई. शकुंतला ट्रेन अब भी इंग्लैण्ड की कंपनी क्लिक्स एंड निक्सन की प्रापर्टी है. केंद्र सरकार तथा क्लिक्स एंड निक्सन कंपनी के बीच साल 2006 तक करार था. उसके पश्चात करार 2016 तक बढाया गया.
उसके पश्चात अब और भी करार बढाए जाने की जानकारी प्राप्त हुई है. अब भी गुलामी की अवस्था में शकुंतला टे्रन को केंद्र सरकार स्वतंत्र करे ऐसी मांग अनेको बार नागरिकों व्दारा की गई है. रेल मार्ग का विस्तार किए जाने हेतु सर्वे भी हुआ है किंतु अमल नहीं किया गया. 1917 में शकुंतला नॅरोगेज टे्रन की शुरुआत की गई थी. उस समय आर्वी परिसर में बडे प्रमाण में कपास का बाजार था यहां के बाजार में घी, मक्खन, अनाज आदि बिक्री के लिए लाया जाता था जिसके लिए यह ट्रेन चलायी गई थी. किंतु पिछले 14 सालों से ट्रेन बंद कर दी गई. ट्रेन को फिर से शुरु किए जाने की मांग नागरिकों व्दारा की जा रही है.

2007 में बंद हुई शकुंतला

साल 2007 में शकुंंतला टे्रन को बंद कर दिया गया. जिससे अनेकों समस्याएं निर्माण हुई. शकुंतला को शुरु किए जाने हेतु कृति समितियां व संगठनाओं का निर्माण हुआ. सभी संगठनाओं व्दारा जनप्रतिनिधि को साथ में लेकर आंदोलन किया गया. निवेदन भी दिए गए तत्कालीन वर्धा के सांसद सुरेश वाघमारे ने भी लोकसभा में प्रश्न उपस्थित किया किंतु फिर भी रेल मार्ग का विकास नहीं हुआ और ना ही शकुुंतला को शुरु किया गया.

Related Articles

Back to top button