नागपुर/दि.5 – गुजरात में युवक को नाबालिग लडकी बेचने के रैकेट की सरगना विशाखा प्रदीप बिश्वास (35, एमआईडीसी, नागपुर) ने और तीन लडकियों को गुजरात में बेचा, ऐसी चौकाने वाली बात उजागर हुई है.
एमआईडीसी पुलिस ने अब उस दिशा में तहकीकात शुरु की है. पुलिस कस्टडी समाप्त होने के बाद पुलिस ने विशाखा, निखिल गिरीषभाई पटेल (35, बडी चिचोरी, अरवली, गुजरात) व प्रकाश मेगाभाई वनकर (30, मेघरज, जिला अरवली) इन तीनों को गुरुवार के दिन अदालत में पेश किया गया. प्रकाश को न्यायालयीन कस्टडी के तहत जेल रवाना किया तथा विशाखा व निखिल की पुलिस कस्टडी और तीन दिनों के लिए बढा थी. पुलिस ने विशाखा के घर की तलाशी ली. इस बीच पुलिस ने तीन लडकियों के आधार कार्ड व स्कूल के दस्तावेज बरामद किये. इसकेकारण उन तीनों लडकियों को भी बेचे जाने का संदेह पुलिस को है.
दस्तावेज के आधार पर पुलिस लडकी की खोज कर वे फिलहाल कहा है, विशाखा के संपर्क में कैसे आयी, इसकी जांच कर रही है. इसके अलावा लडकी बेचने के लिए विशाखा को किन लोगों ने सहायता की, इसकी भी खोज की जा रही है. एमआईडीसी परिसर में रहने वाली 16 वर्षीय छात्रा को विशाखा गुजरात ले गई. निखिल की सहायता से प्रकाश को 1 लाख में बेच दी. प्रकाश ने लडकी से विवाह किया. इस बीच पुलिस ने अपहरण का अपराध दर्ज किया. पुलिस उपायुक्त लोहित मतानी के मार्गदर्शन में एमआईडीसी के वरिष्ठ पुलिस निरक्षक उमेश बेसरकर महिला सहायक पुलिस निरीक्षक शारदा भोपाले व उनके सहयोगियों ने विशाखा समेत तीनों को गिरफ्तार कर लडकी को आजाद कराया. तब से विशाखा हवालात का स्वाद चख रही है.