आपराधिक गतिविधियों पर वॉर्न कैमरे की नजर
नागपुर प्रतिनिधि/दि.३१ – ट्रेनों में आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने वालों की अब खैर नहीं. दपूम रेलवे नागपुर मंडल की आरपीएफ टीम वॉर्न कैमरों से इन पर नजर रख रही है. कुल दस गश्त टीमें इसका विभिन्न गाडियों में इस्तेमाल कर रही है. त्यौहारों में इसकी संख्या २५ तक जा सकती है. ऐसे में अब ट्रेनों में होने वाले अपराध पर निश्चित तौर पर लगाम कसी जा सकेगी. वॉर्न कैमरे सिपाही के वर्दी पर लगे होते हैं, जिसे आसानी से देखा नहीं जा सकता है. लगातार वीडियों रिकॉर्डिंग के कारण आरपीएफ के लिए यह काफी मददगार साबित हो रहा है. कुछ समय पहले तक दपूम रेलवे नागपुर मंडल अंतर्गत इन कैमरों को प्रायोगिक तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा था. केवल २ कैमरों की मदद ली जा रही थी, लेकिन इन कैमरों से टीम को काफी मदद मिल रही है. विशेषकर त्यौहारों के दौरान सिपाही हर जगह नजर नहीं रख सकते है. ऐसे में कैमरे में होने वाली रिकॉर्डिंग के कारण कई आपराधिक गतिविधियों को भेद खोले जा सकते है. यह कैमरे पेजर जैसे दिखते हैं.
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अब जवान से अभद्रता पडेगी भारी
इसे वर्दी पर कंधों पर स्टार के पास लगाया जाता है. गश्त के दौरान सिपाही जहां भी जाए सबकुछ रिकॉर्ड होता है. ऐसे में किसी घटना के तथ्य उजागर करने के लिए यह कैमरा कारगर साबित हो रहा है. साथ ही उन यात्रियों के खिलाफ भी आरपीएफ को सबूत देने का काम करेगा, जिनका व्यवहार खुद खराब रहता है, और फिर सिपाहियों पर अभद्र व्यवहार का आरोप लगाते है.
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इन ट्रेनों में हो रहा इस्तेमाल
वर्तमान स्थिति में दस कैमरों का इस्तेमाल ०२८३३ अमहमदाबाद-हावडा एक्सप्रेस , ०२८३४ हावडा-अहमदाबाद एक्सप्रेस , ०२४४२ नई दिल्ली-बिलासपुर, ०२४४१ बिलासपुर-नई दिल्ली राजधानी, ०२८०९ मुंबई-हावडा मेल, ०२८१० हावडा-मुंबई मेल आदि ट्रेन में किया जा रहा है.