विदर्भ

अमेरिका के राष्ट्रपति से हमारा संबंध नहीं

नागपुर के बायडन परिवार का स्पष्टीकरण

नागपुर प्रतिनिधि/दि.१३ – हाल ही में अमेरिका के राष्ट्रपति बायडन के चयन के पश्चात नगपुर में रहने वाले बायडन परिवार का संबंध अमेरिका के राष्ट्रपति बायडन से है. ऐसी चर्चा थी किंतु नागपुर के बायडन परिवार ने स्पष्ट करते हुए कहा कि नवनिर्वाचित अमेरिका के राष्ट्रपति से हमारा कोई संबंध नहीं केवल उपनाम एवं नाम में समानता होने पर कोई रिश्तेदार नहीं होता. ज्ञात रहे कि बायडन जब अमेरिका के उपराष्ट्रपति थे जब वे २०१३ मेंंं भारत दौरे पर आए थे उस समय उन्होंने मुंबई स्टॉक एक्सचेंज में भाषण के दौरान भारत में अपने रिश्तेदारों की याद निकाली थी.
बायडन उम्र के २९ वें साल में १९७२ में अमेरिका के सिनेटर चुने गए थे. तब उन्हें मुंबई से एक पत्र आया था. वह पत्र नागपुर से मुंबई जीपीओ द्वारा अमेरिका भेजा गया था. इसमें नागपुर की लेस्लि बायडन ने उनके साथ पारिवारिक करिबी रहने का जिक्र किया था. लेस्लि के पत्र को ९ साल के बाद १९८१ में उत्तर भेजा था. १९९३ में लेस्लि का निधन हो गया. दादा के दावे से वंशजों का कोई सरोकार नहीं रहने के बात कही गई है. यह बात लेस्लि के नाती ईयान बायडन ने की.
नागपुर केे बायडन परिवार के मुताबिक वे भारत में एकमेव बायडन परिवार है. पिछले ५० सालों से वे नागपुर में रह रहे है. लेस्लि बायडन मूल रुप से ब्रिटिश वंश के थे. उनके पिता चाल्र्स होराशी बायडन फोटोग्राफर थे. उन्हें लेस्लि व आर्थर दो बच्चे थे. इस बीच आर्थर वापस इग्लैंड लौट गया जबकि लेस्लि भारत में ही रही. बायडन परिवार की जानकारी के अनुसार लेस्लि ने गोवा के पुर्तगाली युवक के साथ विवाह किया. उन्हें छह बच्चे हुए दो बेटो के साथ चार बेटियां इसमें से तीन बेटियां विदेश में रहती है. बाकि तीन बच्चों का हाल ही में निधन हो गया. इससे फिलहाल लेस्लि बायडन के चार नाती है. इसमें रोवेना और ेलेसी के चचेरे भाई इयान और डंकन नागपुर में रहते है.

Related Articles

Back to top button