
नागपुर/दि.10– नागपुर से मलकापुर तथा वर्धा से सिंदखेड़राजा और अन्य राष्ट्रीय महामार्ग की दुर्दशा को लेकर अधि.अरुण पाटील की ओर से हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई. बुधवार को याचिका पर सुनवाई के बाद न्यायाधीश सुनील शुक्रे और न्यायाधीश एम. डब्ल्यु. चांदवानी ने न केवल नागपुर से अमरावती और नागपुर से चिखली बल्कि नागपुर से भुसावल महामार्ग की वर्तमान स्थिति क्या है? इस संदर्भ में हलफनामा दायर करने के आदेश राष्ट्रीय महामार्ग प्राधिकरण को दिए. याचिकाकर्ता की ओर से अधि. फिरदौस मिर्जा, केंद्र सरकार की ओर से अधि. एन.एस. देशपांडे और राज्य सरका की ओर से अति. सरकारी वकील डी. पी. ठाकरे ने पैरवी की.
उल्लेखनीय है कि आदेशों के अनुसार एनएचएआई की ओर से गत समय भी हलफनामा दायर किया गया था. किन्तु अदालत ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई थी. अदालत ने कहा था कि जिस अधिकारी ने हलफनामा दायर किया,वह कनफ्यूज लगता है. जिन राष्ट्रीय महामार्ग के संदर्भ में जानकारी मांगी गई थी, उसे छोड़ अन्य राष्ट्रीय महामार्ग की जानकारी हलफनामा में दी गई.
* कितने दिनों में पूरा होगा शेष कार्य?
अदालत ने आदेश में कहा कि नागपुर से भुसावल के बीच के महामार्ग की वर्तमान स्थिति के साथ ही अब तक इस स्ट्रेच में कितना काम किया गया, कितना काम करना बाकी है और बचा कार्य पूरा करने के लिये कितने दिन लगेंगे. इसकी सटिक जानकारी हलफनामा के साथ रिकार्ड पर देने के आदेश भी एनएचएआई को दिए. अदालत ने स्पष्ट किया कि अलग-अलग जिन ठेकेदारों को कार्य सौंपा गया है, वे कितने दिनों में कार्य पूरा करेंगे. इसका खुलासा हलफनामा में किया जाना चाहिए. यदि ठेकेदारों क ओर से समय के भीतर कार्य पूरा नहीं किया गया, शर्तो का पालन नहीं किया गया तो संबंधित ठेकेदारों के खिलाफ क्या कार्रवाई होगी, इसका भी खुलासा करने के आदेश जारी किए.
* नागपुर-अमरावती मार्ग की दुर्दशा
अदालत ने आदेश में कहा था कि हलफनामा में अमरावती से कुरनखेड़, कुरनखेड़ से शेलाड, शेलाड से नांदुरा और नांदुरा से चिखली की जानकारी दी गई है. नांदुरा छोड़ सभी अन्य महामार्ग याचिका से असंगत है. अतः अमरावती से मलकापुर और अमरावती से नागपुर महामार्ग तक की स्थिति को लेकर हलफनामा दिया जाए. अधि. फिरदौस मिर्जा ने कहा कि राष्ट्रीय महामार्ग प्राधिकरण ने इस मार्ग का कायाकल्प तो नहीं किया, अलबत्ता अब नागपुर-अमरावती महामार्ग की भी दुर्दशा उजागर हो रही है. महामार्ग से गुजरने वाले प्रत्येक वाहन से जमकर टोल वसूला जा रहा है.