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आर्वी के कदम अस्पताल में अवैध गर्भपात का मामला
वर्धा/दि.15 – आर्वी के कदम अस्पताल में 13 वर्षीय अल्पवयीन लडकी का अवैध तरीके से गर्भपात किये जाने के मामले की जांच जारी रहते समय पुलिस को कदम अस्पताल में बडे पैमाने पर सरकारी दवाईयों का स्टॉक मिला था. जिससे जबर्दस्त खलबली व्याप्त हो गई थी और पुलिस द्वारा दवाईयों के इस स्टॉक को जप्त करते हुए अब इस बात की जांच की जा रही है कि, आखिर किस सरकारी अस्पताल से सरकारी दवाईयों का यह स्टॉक कदम अस्पताल में पहुंचा. इस हेतु पुलिस ने आर्वी के उपजिला अस्पताल के स्टॉक रजिस्टर को खंगालने के साथ ही वहां काम करनेवाली तीन परिचारिकाओं के बयान भी दर्ज किये है.
बता दें कि, अल्पवयीन लडकी के अवैध गर्भपात मामले में मुख्य आरोपी बनाई गई डॉ. रेखा कदम के साथ ही उनके पति डॉ. नीरज कदम को पुलिस द्वारा काफी पहले गिरफ्तार किया गया था और उन्हें अदालत द्वारा पहले पीसीआर व बाद में एमसीआर में रखने का आदेश दिया गया था. वहीं विगत दिनों सरकारी दवाओं के अवैध स्टॉक के मामले की जांच करने हेतु पुलिस ने डॉ. कदम दम्पत्ति का एक बार फिर पीसीआर प्राप्त किया और उन्हें अपनी हिरासत में लेकर उनसे दवाईयों के स्टॉक के बारे में पूछताछ करनी शुरू की. लेकिन कदम दम्पत्ति ने अब तक इस बारे में पुलिस को कोई खास जानकारी नहीं दी है और उनका बार-बार यही कहना है कि, उन्हें इस बारे में कुछ नहीं पता और उन्होंने कुछ नहीं किया. वहीं दूसरी ओर उपजिला अस्पताल से आवंटित की जानेवाली सरकारी दवाओं का वितरण पूरी तरह से नियमानुसार रहने का दावा शल्यचिकित्सक सहित अस्पताल के वैद्यकीय अधिक्षक द्वारा किया गया है. ऐसे में सबसे बडा सवाल अब भी बना हुआ है कि, आखिर कदम अस्पताल में सरकारी दवाओं का स्टॉक कहां से आया. इस संदर्भ में आर्वी के एसडीपीओ सुनील सालुंके ने बताया कि, फिलहाल दोनों आरोपियों से पुलिस हिरासत के तहत कडी पूछताछ की जा रही है. पीसीआर की अवधि खत्म होने के बाद आरोपियों को दुबारा न्यायालय के समक्ष पेश किया जायेगा. जिसके बाद इस मामले में कोई विस्तृत जानकारी दी जा सकेगी.