नागपुर /दि.9– राकांपा विधायक व पूर्ण मंत्री नवाब मलिक के संदर्भ में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने महायुति सरकार में शामिल राकांपा नेता व अपने समकक्ष अजित पवार के नाम एक पत्र जारी किया है और इस पत्र में कहा गया है कि, नवाब मलिक पर देशद्रोह का आरोप रहने के चलते उन्हें महायुति में शामिल नहीं किया जाएगा. इस पत्र के सार्वजनिक तौर पर सामने आते ही कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री तथा पूर्व मंत्री व विधायक यशोमति ठाकुर ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, वैसे तो यह राष्ट्रवादी कांग्रेस के लिए एक झटका है. साथ ही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी व उसके नेताओं को उनकी जगह दिखाने का प्रयास भी है. यदि देवेंद्र फडणवीस वाकई देशद्रोह का आरोप रहने के चलते नवाब मलिक को अपने साथ नहीं लेना चाहते, तो उन्होंने उसी पार्टी के प्रफुल्ल पटेल को अपने साथ कैसे लिया. इसके साथ ही फडणवीस ने यह भी स्पष्ट करना चाहिए कि, प्रफुल्ल पटेल द्वारा खरीदी गई संपत्ति से किसका संबंध है और प्रफुल्ल पटेल के पीदे केंद्रीय जांच एजेंसियां क्यों लगी हुई थी तथा इन सभी बातों के मद्देनजर प्रफुल्ल पटेल को लेकर भी भाजपा व फडणवीस की ओर से ऐसा ही पत्र क्यों जारी नहीं किया गया.
नागपुर शीतसत्र के दूसरे दिन विधानभवन परिसर में मीडिया के साथ बातचीत करते हुए विधायक यशोमति ठाकुर ने यह आरोप भी लगाया कि, सरकार में अधिवेशन को लेकर कोई रुची या गंभीरता नहीं है, बल्कि एक दूसरे पर आरोप लगाने और वादविवाद वाली राजनीति करने में सरकार से जुडे सभी लोग व्यस्त है. जनता अपने मूलभूत प्रश्नों को भुलाकर इस तरह के निरर्थक वादविवाद में अटकी रहे, ऐसी सरकार की इच्छा दिखाई दे रही है और जनता के लिए काम करने की कोई इच्छा व संवेदना सरकार में दिखाई नहीं दे रही.