विदर्भ

पत्नी ने पति की प्रेमिका को उतारा मौत के घाट

अपने 4 दोस्तों के साथ मिलकर रेत दिया गला

* सेलू तहसील में घटित हुई लोमहर्षक वारदात
* हत्याकांड में लिप्त चारों आरोपी गिरफ्तार, प्रेमी पति भी हिरासत में
वर्धा/दि.4– समिपस्थ दहेगांव गो में रहने वाली अंकिता सतीश बाइलबोडे नामक 23 वर्षीय युवती की 4 लोगों ने चाकू से सपासप वार करते हुए गला रेतकर हत्या कर दी. यह लोमहर्षक वारदात सोमवार की रात 8.30 बजे के आसपास घटित हुई. जिसके चलते दहेगांव में तनावपूर्ण वातावरण व्याप्त हो गया. इस हत्याकांड की जानकारी मिलते ही गांववासियों ने अंकिता की हत्या के बाद भागने की तैयारी में रहने वाले उसके चारों हत्यारों को पकडकर उनकी जमकर धुनाई की. जिसके बाद उन्हें दहेगांव पुलिस के हवाले किया गया. साथ ही संतप्त गांववासियों ने आरोपियों के दुपहिया वाहनों को आग के हवाले कर दिया. पता चला है कि, यह हत्याकांड सौतिया डाह के चलते घटित हुआ है तथा हत्याकांड में शामिल मुख्य मास्टर माइंड महिला इस बात से संतप्त थी कि, अंकिता का उसके पति के साथ प्रेम संबंध चल रहा था और बार-बार समझाने के बाद भी अंकिता उक्त महिला के पति से अलग होने के लिए तैयार नहीं थी.
जानकारी के मुताबिक दहेगांव में रहने वाली अंकिता बाइलबोडे ब्यूटी पार्लर चलाने का काम करती थी और वर्धा में ब्यूटी पार्लर का कोर्स करने गई थी. जहां पर अंकिता का नलवाडी परिसर में रहने वाले लकी अनिल जगताप नामक विवाहित व्यक्ति से परिचय हुआ और दोनों के बीच प्रेम संबंध बन गए. यह बात कुछ दिन बाद लकी जगताप की पत्नी प्राप्ति जगताप को पता चल गई. जब उसने अंकिता और लकी के फोटो लकी के इमेल पर देख लिए. जिसके बाद प्राप्ति ने अंकिता को अपने पति लकी से दूर रहने के बारे में कई बार समझाया. परंतु अंकिता कुछ भी सुनने और समझने के लिए तैयार नहीं थी.

ऐसे में प्राप्ति ने अपने परिचय में रहने वाले ज्ञानेश्वर महेंद्र खोब्रागडे (24, इतवारा बाजार), आचल बादल शेंडे (21, गोरक्षण वार्ड) तथा एक नाबालिग युवक को इस मामले की जानकारी देते हुए अंकिता को अपने रास्ते से हटाने की योजना बनाई. जिसके बाद सोमवार की शाम चारों आरोपी दहेगांव स्थित अंकिता के घर पर पहुंचे और उन्होंने अंकिता को आवाज देते हुए घर से बाहर बुलाया. आवाज सुनकर अंकिता जैसे ही अपने घर के दरवाजे पर आयी तभी प्राप्ति जगताप व आचल शेंडे ने उसे बाल पकडकर बाहर खींचा और इसी दौरान ज्ञानेश्वर खोब्रागडे ने धारदार चाकू से अंकिता की गर्दन, पीठ और छाती पर सपासप वार करते हुए उसे बुरी तरह से घायल कर दिया. जिसके बाद सभी आरोपी अपने दुपहिया वाहनों पर सवार होकर भागने लगे. जिन्हें दहेगांववासियों ने पीछा करते हुए पकडा और उनकी जमकर धुनाई करते हुए उन्हें पुलिस के हवाले कर दिया. साथ ही कुछ संतप्त गांववासियों ने आरोपियों के दोनों दुपहिया वाहनों को आग के हवाले कर दिया. इस समय तक बुरी तरह से लहुलूहान अंकिता को सेवाग्राम अस्पताल में भर्ती कराया गया. लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी. अंकिता की मृत्यु होने की खबर मिलते ही गांववासियों ने दहेगांव पुलिस थाने का घेराव करते हुए आरोपियों को अपने हवाले करने की मांग उठाई. जिसके बाद पुलिस ने गांववासियों को समझा-बुझाकर शांत कराया. वहीं इस घटना के अगले दिन पुलिस ने अंकिता बाइलबोडे के साथ विवाहबाह्य संबंध रखने वाले लकी जगताप को भी अपनी हिरासत में लिया. फिलहाल मामले की जांच जारी है.

* 30 दिनों में पेश होगी चार्जशीट
इस भीषण हत्याकांड की जानकारी मिलते ही जिला पुलिस अधीक्षक नुरुल हसन व स्थानीय अपराध शाखा के पीआई संजय गायकवाड तुरंत अपने दल-बल सहित दहेगांव पहुुंचे. जहां पर ग्रामीणों के साथ बातचीत करते हुए एसपी नुरुल हसल ने कहा कि, यह अपने आप में बेहद क्रूर एवं वीभत्स अपराधिक घटना है. इस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने का प्रयास किया जाएगा. साथ ही इस मामले की जांच जलदगति से पूर्ण करते हुए 30 दिन के भीतर दोषारोप पत्र दायर कर दिया जाएगा.

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