नाशिक-दि.31 राज्य में सत्तांतर पश्चात महाराष्ट्र से एक के बाद एक प्रकल्प राज्य से बाहर जाते रहने के साथ ही अब नाशिक-पुणे सेमी हायस्पीड रेल्वे प्रकल्प रद्द होने की कगार पर है, ऐसी धक्कादायक जानकारी पूर्व मंत्री छगन भुजबल ने दी है. वे नाशिक के शक्कर कारखाना के गलित मौसम का शुभारंभ करते समय बोल रहे थे. भुजबल ने बताया कि गत 6 महीने से यह प्रकल्प रेल्वे मंत्रालय की अंतिम मंजूरी की प्रतीक्षा में था. अब रेलवे मंत्रालय को अचानक यह प्रकल्प उचित न होने का साक्षात्कार हुआ है. अलग-अलग मंजुरियों के लिये 5 वर्षों का समय बीत गया. इतने दिनों तक रेल्वे मंत्रालय नींद में थे क्या? ऐसा सवाल भी उन्होंने उपस्थित किया.
* अंतिम मंजूरी की प्रतीक्षा
भुजबल ने कहा कि नाशिक-पुणे सेमी हाय स्पीड रेल्वे मार्ग के लिये राज्य सरकार ने 20 प्रतिशत हिस्सा उठाने हेतु मंजूरी दी थी. इस प्रकल्प के लिये राज्य सरकार एवं रेल्वे मंत्रालय की ओर से महारेल इस कंपनी की निर्मिती की गई. पश्चात गत 6 महीने से यह प्रकल्प रेल्वे मंत्रालय की अंतिम मंजूरी की प्रतीक्षा में था. ऐसा भी उन्होंने कहा. टाटा एअरबस प्रकल्प महाराष्ट्र से बाहर जाने पर तीव्र शब्दों में नाराजी व्यक्त करते हुए भुजबल ने कहा कि यह प्रकल्प नाशिक में चाहिये, ऐसी मेरी इच्छा थी. लेकिन नागपुर के मिहान में होने वाला है, इससे दिल थोड़ा खट्टा हो गया. लेकिन अब यह प्रकल्प ही सीधे महाराष्ट्र से बाहर गया. इसलिए यह प्रकार अत्यंत दुखद है. महाराष्ट्र के नागरिकों के लिये यह अत्यंत चिंता की बात है.