विदर्भ

सेवाग्राम आश्रम प्रतिष्ठान का अध्यक्ष पद पहली बार महिला के हाथ

आशा बोथरा का सर्वसम्मति से चयन

सेवाग्राम (वर्धा)-/दि.17 राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सेवाग्राम आश्रम प्रतिष्ठान के अध्यक्ष पद पर पहली बार महिलाओं को अवसर मिला है. अ ध्यक्ष के रुप में आशा बोथरा की नियुक्ति की गई है.जबकि मंत्री के रुप में प्रदीप खेलुरकर के नाम की घोषणा की गई है.
वर्ष 1936 में महात्मा गांधी ने सेवाग्राम आश्रम की स्थापना की. उनके जाने के बाद सेवाग्राम आश्रम प्रतिष्ठान के माध्यम से आश्रम का कार्य शुरु है. गांधीजी की बहू निर्मला रामदास गांधी ने भी व्यवस्थापक के रुप में जिम्मेदारी संभाली हैं. लेकिन आश्रम प्रतिष्ठान के अध्यक्ष पद पर आशा बोथरा के रुप में पहली बार ही किसी महिला को स्थान मिला है. यह आश्रम के इतिहास की ऐतिहासिक घटना है. सेवाग्राम आश्रम प्रतिष्ठान के अध्यक्ष टी.आर.एन. प्रभु ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया रहने से नये अध्यक्ष के चयन की जिम्मेदारी सर्वसेवा संघ के अध्यक्ष के पास कार्य समिति ने सौंपी. इसमें सर्वसम्मति से आशा बोथरा का चयन किया गया. 16 नवंबर को संचालक मंडल की बैठक में मंत्री पद पर प्रदीप खेलुरकर की नियुक्ति की गई. सेवाग्राम आश्रम प्रतिष्ठान की 13 सदस्यों की कार्यकारिणी गठित की गई है. अध्यक्ष पद पर आशा बोथरा, मंत्री प्रदीप खेलुरकर, सदस्य के रुप में चंदन पाल, शेख हुसैन, अविनाश काकडे, डॉ. सैमनाथ रोडे, प्रशांत नागोसे, चतुरा रासकर, शोभा कवाडकर, टी.आर.एन. प्रभु, गौरांग महापात्र, डॉ. ए. अण्णामलाई का समावेश है.

सब मिलकर काम करेंगे
सर्वसेवा संघ द्वारा मुझ पर विश्वास रख जिम्मेदारी सौंपी गई है. गांधी जी का आश्रम यह प्रेरणास्थल है. इसे हमें आगे ले जाना है. देश में दो दूषित वातावरण निर्माण है, वह दूर करने का हम प्रयास करेंगे. सेवाग्राम आश्रम यह आध्यात्मिक केंद्र बने और गांव से आश्रम जुड़ा रहे, इसके लिये सभी मिलकर काम करेंगे.
– आशा बोथरा,नवनिर्वाचित अध्यक्ष, सेवाग्राम आश्रम प्रतिष्ठान

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