वाशिम/दि.18- क्षयरोग मुक्त (टीबी) भारत इस संकल्पना अंतर्गत राज्य में विविध उपक्रम चलाये जा रहे हैं. अब ‘टीबी मुक्त पंचायत’ अभियान चलाया जा रहा है. इसके लिए कृति प्रारुप तैयार किए जाने के साथ ही वाशिम सहित राज्यभर में इसे अमल में लाया जा रहा है.
सन 2025 तक टीबी मुक्त भारत करने के लिए सभी स्तर से प्रयास किये जा रहे हैं. समय पर निदान एवं प्रभावी औषधोपचार से टीबी की बीमारी को दूर करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से उपक्रम चलाया जा रहा है. सरकारी अस्पतालों सहित निजी अस्पताल में भी क्षयरोग का पंजीयन बंधनकारक किया गया है. ग्रामपंचायत स्तर पर भी क्षयरोग मुक्त अभियान प्रभावी रुप से चलाने के लिए अब टीबी मुक्त पंचायत यह उपक्रम शुरु किया जाएगा. क्षय रोग से संबंधित शंकाओं का निराकरण, संशयित मरीज होने पर तुरंत निदान एवं प्रभावी औषधोपचार किया जाएगा.
इस तरह रहेगी जिम्मेदारी
* प्रत्येक ग्रामपंचायत को एक हजार लोकसंख्या हेतु सालभर में औसत 50 थूंक के नमूने लेना पड़ेगा.
* वर्षभर में कम से कम दो क्षय रोगी की अपेक्षा कम मरीज संख्या होनी चाहिए.
* संशयित मरीज दिखाई देते ही स्वास्थ्य विभाग से संपर्क करें.
* क्षय रोगी यह नियमित औषधोपचार ले रहा है या नहीं इस पर ध्यान दें.