विदर्भ

कार्यकर्ता लड रहे लडाई, पदाधिकारी क्या कर रहे?

डेप्युटी सीएम फडणवीस ने पार्टी पदाधिकारियों को सुनाए खडे बोल

* बोले सरकार से कुछ मिलने की उम्मीद में मत बैठों, काम करो
नागपुर/दि.20 – राज्य में कुछ लोग सरकार के खिलाफ झूठे नेरेटिव तैयार करने का प्रयास कर रहे है. राज्य के विपक्षी दल में कोई दम नहीं, ऐसे में भाजपा की लडाई विपक्ष से नहीं बल्कि झूठे नेरेटिव से हैं. अत: ऐसे नेरेटिव को नष्ट करते हुए समाज तक सकारात्मक दृष्टिकोण ले जाया जाना चाहिए. परंतु देखा जा रहा है कि नेरेटिव की लडाई केवल आम कार्यकर्ता ही लड रहे है और पदाधिकारियों का इससे कोई लेना देना नहीं हैं. ऐसे में सबसे बडा सवाल है कि आखिर हमारे पदाधिकारी इस लडाई को लडने के लिए कब सक्रिय होंगे. इस आशय का प्रतिपादन करते हुए उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भाजपा के पार्टी पदाधिकारियों को जमकर खडे बोल सुनाए.
गत रोज भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों, जिलाध्यक्षों व जिला संगठन मंत्रियों की एक दिवसीय बैठक नागपुर में बुलाई गई थी. इस बैठक को संबोधित करते हुए डेप्युटी सीएम फडण्वीस ने उपरोक्त प्रतिपादन किया. इस बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व प्रदेश प्रभारी सी.टी. रवि, प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले, राष्ट्रीय सहसंगठन मंत्री शिवप्रकाश, उच्च व तंत्र शिक्षामंत्री चंद्रकांत पाटील, वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार, प्रदेश सहप्रभारी जयभानसिंह पवैय्या, ओमप्रकाश दुर्वे, प्रदेश महासचिव माधवी नाईक, विक्रांत पाटील, मुरलीधर मोहोड, संजय केनेकर, रणधीर सावरकर व विजय चौधरी आदि प्रमुख रुप से उपस्थित थे.
इस समय अपने संबोधन में डेप्युटी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि, राज्य में इस समय 20-20 की सरकार है, जिसका कार्यकाल केवल ढाई वर्ष ही हैं. ऐसे में प्रत्येक पदाधिकारियों ने सरकार से कुल मिलेगा इस उम्मीद में बैठे रहने की बजाए वर्ष 2024 में होने वाले चुनाव की तैयारी पर ध्यान देना चाहिए. साथ ही कुछ मिलने की अपेक्षा करने की बजाए समय पडने पर त्याग करने की तैयारी भी रखनी चाहिए.

* कई विधायक व जिलाध्यक्ष सोशल मीडिया पर फेल
इस समय डेप्युटी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने भाजपा व्दारा राज्य स्तर पर किए गए सोशल मीडिया सर्वेक्षण का आधार लेते हुए जिलाध्यक्षों को जमकर आडेहाथ लिया और बताया कि, केवल 9 जिलाध्यक्षों का सोशल मीडिया पर काम बेहतरीन हैं. वहीं 5 जिलाध्यक्षों का काम औसत स्तर का है. इसके अलावा 15 जिलाध्यक्षों का सोशल मीडिया पर कोई अस्तित्व ही नहीं हैं. कई विधायकों की भी लगभग यही स्थिति हैं. जबकि प्रत्येक जिलाध्यक्ष व विधायक ने सोशल मीडिया पर व्यक्त होना चाहिए और पार्टी की भूमिका को सामने रखना चाहिए. ऐसे में जो लोग अपेक्षा के मुताबिक काम नहीं कर रहे, उन्होंने समय रहते आत्मचिंतन करना चाहिए.

* भाजपा का ‘मिशन 51 फीसद वोट’
इस समय पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व प्रदेश प्रभारी सी.टी. रवि तथा प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि, यद्यपि इस समय राज्य में भाजपा की सरकार है, लेकिन इसे लेकर किसी ने भी आत्म संतुष्टी या अति आत्मविश्वास का शिकार नहीं होना चाहिए. बल्कि अभी से वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव को आंखों के सामने रखकर तैयारी करनी शुरु करनी चाहिए. जिसके तहत चुनाव में 51 फीसद वोट प्राप्त करने की दृष्टि से संगठन को मजबूत करने पर पूरा जोर दिया जाना चाहिए.

 

 

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