विदर्भ

वैश्विक सिकलसेल दिन निमित्त अंजनगांव बारी में पथनाट्य

गांववासियों की सिकलसेल बीमारी की रक्तजांच की गई

* डॉ. सुभाष ढोले ने उपस्थितों को मार्गदर्शन किया
अंजनगांव बारी/ दि. 21– 19 जून वैश्विक सिकलसेल दिन निमित्त अंजनगांव बारी में जिला सामान्य अस्पताल व स्त्री अस्पताल अमरावती तथा लक्ष्मणराव उमक नर्सिंग कॉलेज बडनेरा के संयुक्त तत्वावधान में प्रा. मनोज पाटिल लिखित सिकलसेल बीमारी पर एक पथनाट्य प्रस्तुत किया गया तथा गांव के लोगों की सिकलसेल बीमारी की रक्त जांच शिविर लिया गया.
कार्यक्रम में डॉ. सुभाष ढोले जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने उपस्थित रहकर गांववासियों को सिकलसेल बीमारी पर मार्गदर्शन किया तथा डॉ. बनसोड जिला क्षयरोग अधिकारी ने उपस्थिति दर्शाई.
सिकलसेल बीमारी यह अनुवांशिक बीमारी है तो माता-पिता की ओर से अपनी होनेवाली संतान को होती है. जिसके कारण विवाह करते समय सिकलसेल बीमारी की जांच करना आवश्यक है. सिकलसेल बीमार पर कोई औषधोपचार न होने के कारण प्रतिबंध यही एक उपाय है. इसलिए सिकलसेल वाहक व बीमारी होनेवाले दोनों व्यक्ति अगर हो सके तो विवाह टाले व निरोगी व्यक्ति से विवाह करें. जिससे सिकलसेल मुक्त पीढी अपन निर्माण कर सकते है. इसके लिए प्रत्येक व्यक्ति सिकलसेल बीमारी की जांच करे, ऐसा आवाहन डॉ. दिलीप सौंदले, जिला शल्य चिकित्सक सामान्य अस्पताल ने किया है. इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए प्रा. स्वास्थ्य केंद्र के अधिकारी डॉ. केचे, जिला सिकलसेल समन्वयक गोकुल ठाकुर, लक्ष्मणराव उमक, निंभोरकर, अतुल होले, निशाा कोठीकर, समुपदेशक मनोज पाटिल, प्रीति मुन,मेघा चर्जन ने सहयोग किया है.

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