नागपुर/दि.9– कई बार विद्युत मीटर रिडर द्वारा विद्युत मीटर का वर्तमान फोटो निकालने में टालमटोल करते हुए पुराना फोटो लगा दिया जाता है. जिसकी वजह से ग्राहकों को गलत बिल दिए जाते है. ऐसे मामलों पर नियंत्रण लगाने हेतु कठोर कार्रवाई की जाएगी. गत वर्ष 14 लाख 34 हजार गलत बिल दिए गए थे. इस संख्या को अब 7 लाख पर लाया गया है. इस आशय की कबूली राज्य के उपमुख्यमंत्री व उर्जा मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गत रोज विधानसभा में दी.
पालघर जिले में एक आदिवासी परिवार को अनाप-शनाप रकम का विद्युत बिल दिए जाने का मुद्दा विधायक विनोद लहानू ने प्रश्नोत्तरकाल के दौरान उपस्थित किया. जिसमें कहा गया कि, मीटर का रिडिंग लिए बिना ही बिल जारी किया गया था. इस पर जवाब देते हुए डेप्यूटी सीएम व उर्जा मंत्री फडणवीस ने कहा कि, नागरिकों की ओर से मिली शिकायतों के आधार पर उन्हें बिल में सहुलियत दी गई है. साथ ही सभी शिकायतों का निराकरण किया जा रहा है. गलत बिल देने वाले कर्मचारियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई भी की जाएगी. इसके साथ ही यह भी बताया गया कि, गलत बिल देने का प्रमाण 0.3 फीसद है और गलत रिडिंग लेने, मीटर का फोटो गलत लगाने, मीटर की रिडिंग को समय पर एप में नहीं डालने और विद्युत देयक नियमित तौर पर वितरित नहीं करने जैसी वजहों के चलते महावितरण ने मीटर रिडिंग लेने वाली एजेंसी को अप्रैल 2023 से सितंबर 2023 के दौरान 2 लाख 46 हजार 25 रुपयों का दंड लगाया है. साथ ही गलत रिडिंग लेने वाले कर्मचारी को नौकरी से भी निकाल दिया गया है.
इस समय विधायक आशीष जायसवाल ने कहा कि, विद्युत बिल को समझना आम व्यक्ति के लिए काफी मुश्किल होता है. अत: विद्युत बिल का प्रारुप सरल व आसान किया जाए. जिस पर उर्जा मंत्री फडणवीस ने कहा कि, जल्द ही अभय योजना लायी जाएगी और बिल के प्रारुप को ज्यादा आसान करने का प्रयास भी किया जाएगा. इसके तहत खुद विद्युत मीटर की रिडिंग लेने की सुविधा उपलब्ध करा दी गई है और स्मार्ट मीटर भी लगाए जा रहे है. जिससे यह समस्या हमेशा के लिए हल हो जाएगी. इसके अलावा गांव में लोगबाग विद्युत कनेक्शन तो लेते है, परंतु बिल नहीं भरने वाले लोगों के कनेक्शन स्थायी तौर पर बंद करने के बाद उन्हें दोबारा विद्युत कनेक्शन नहीं दिया जाता, ऐसे लोगों को दुबारा विद्युत कनेक्शन देने हेतु योजना चलाई जाएगी.