मौसमी बीमारियों का कहर
कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम होने के बाद अब मौसमी बीमारियों ने अपना कहर बरपाना आरंभ कर दिया है. शहर में इन दिनों १५ वर्ष तक के बालक इस बीमारी की चपेट में आए है. उपचार व्यवस्था न होने के कारण अस्पतालों में बिस्तर कम पड रहे है. उसके कारण अनेक मरीजों को जमीन पर लिटाकर उनका उपचार किया जा रहा है. बीता वर्ष कोरोना संक्रमण को समर्पित रहा. इस दौरान कोरोना से निपटने के लिए अनेक उपाय योजनाएं की गई. लेकिन अन्य बीमारियों के प्रति वह जागरूकता नहीं दिखाई गई. यही कारण है कि अब डेंगू, मलेरिया जैसी अनेक बीमारियों ने अपना कहर बरपाना आरंभ कर दिया है. डेंगू के कारण उपचार व्यवस्था भी चरमरा गई है. जिसके चलते आनेवाले दिनों में उपचार की सुविधाएं और भी सीमित हो जायेगी.
हर वर्ष बरसात में डेंगू मलेरिया का प्रकोप कायम रहता है. इसके चलते यह जरूरी है कि बरसात पूर्व नियोजन में बीमारी से बचाव के लिए भी उपाय योजना तय की जाती. लेकिन उपाय योजना तो दूर मरीजों के लिए सामान्य बिस्तर भी उपलब्ध नहीं हो पा रहे है. मरीजों को जमीन पर लिटाकर उनका उपचार किया जा रहा है. निश्चित रूप से यह जरूरी था कि भविष्य में कोरोना के अलावा अन्य बीमारियां भी अपना जोर दिखायेगी. इस बात का भी भान रखा जाना चाहिए था. सारी यंत्रणा कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लगा दी गई थी. जिसके कारण बरसात पूर्व प्रबंधन के कार्य भी पूरे नहीं हो पाए. इससे अनेक जगह आज भी पानी जमा हो जाता है. जल जमाव के कारण आने जाने में बाधा उत्पन्न तो होती ही है. जलजन्य कीटाणू भी बढ जाते है. जो बीमारी के रूप मेें शहर में जिले में अपना असर दिखाते है. वर्तमान में यही हो रहा है. जिलेभर में सभी क्षेत्र में डेंगू मलेरिया के मरीजों की संख्या बढ गई है तथा उस पर नियंत्रण कर पाना अब कठिन हो गया है.
डेंगू के फैलाव को देखते हुए यह अति आवश्यक है कि तत्काल उपाय योजना को गति दी जाए.े इस बारे में महानगरपालिका के अधिकारियों की बैठक भी हुई. डेंगू के बढते मामलों पर नियंत्रण के लिए उपाय योजना पर चर्चा की गई. जगह-जगह छिडकाव को प्राथमिकता देने पर भी विचार किया गया. अब जरूरी है कि मनपा प्रशासन शहर में व्याप्त गंदगी हटाने की दिशा में कार्य की रूपरेखा तय की. निश्चित रूप से इससे सामान्य नागरिको को राहत मिल सकती है. इसके लिए भी जरूरी है कि जिन अधिकारियों को प्रभाग में सर्वेक्षण के लिए नियुक्त किया गया है. वे तत्काल सर्वेक्षण कर बीमारी से बचाव के उपाय योजना के बारे में जानकारी दे. कोरोना यह संक्रमण से फैलने वाली बीमारी थी. इसके लिए अनेक सावधानी आवश्यक थी. जिनका लोगों ने पालन भी किया. लेकिन अब डेंगू जैसी बीमारी से लोग परेशान है. उसे देखते हुए बहुत जरूरी हो गया है कि सभी प्रभागों में सफाई व्यवस्था पर ध्यान दिया जाए.
बीते ५ वर्ष पूर्व महानगरपालिका के चुनाव होने के बाद अनेक पार्षद जनसामान्य के कार्यो के लिए सक्रिय हो गये थे. लेकिन बीते दो वर्षो में अधिकांश पार्षदों के दर्शन भी नहीं हो पा रहे है. सरकारी यंत्रणा केवल कोरोना संक्रमण रोकने के लिए प्रयत्नशील है. ऐसे में यदि कुछ बाते छूट जाती है तो उसका खामियाजा सामान्य नागरिको को भुगतना पडता हैे. जरूरी है कि बीमारी चाहे जो भी हो उसे रोकने के लिए तत्परता आवश्यक है. यह भी जरूरी है कि नागरिको के स्वास्थ्य के लिए सभी प्रभागों में पर्याप्त मात्रा में छिड़काव किया जाए. इस समय संबंधित नगरसेवक का भी वहां उपस्थित रहना आवश्यक है.
कुल मिलाकर वर्तमान में डेंगूू की बीमारी तीव्र रूप में जारी है. इसके चलते उपाय योजना का पूरा ध्यान दिया जाना चाहिए. इसमें थोडी भी लापरवाही नुकसानदेह साबित हो सकती है. मनपा प्रशासन को चाहिए कि वह हर प्रभाग में ध्यान रखे. लोगों को भी बीमारी से बचाव के विषय में जानकारी दे. खासकर यह बीमारी कैसे उत्पन्न होती है तथा इससे बचाव के लिए क्या उपाय योजना की जानी चाहिए. इसके बारे में भी फलक लगााया जाना चाहिए. बहरहाल वर्तमान में जो मरीजों की संख्या बढ रही है. उसे देखते हुए अस्पताल में पर्याप्त दवाईयां उपलब्ध कराई जाए. जहां पर भी गंदगी का माहौल है उन स्थानों को भी स्वच्छ किया जाना चाहिए. इसी तरह घर घर सर्वेक्षण कर इस बीमारी के विषय में लोगों से जानकारी एकत्र की जाए. जिससे बीमारों को योग्य उपचार दिया जा सके. यह सब तभी संभव है जब संबंधित प्रशासन बीमारी की भयावह स्थिति को समझे तथा योग्य उपाय योजना करे. डेंगू से यदि लोगों की आंतरिक शक्ति कमजोर होती है तो अन्य बीमारियां भी जोर पकड सकती है. इसलिए अभी से उपाय योजना आवश्यक है.