70 लाख रुपए कम मिलने की खून्नस में विक्रम ने करवाई अपने चचेरे भाई की हत्या

पूछताछ में आरोपी ने बताई सच्चाई

* मामला बडनेरा के मिलींद लाड हत्याकांड का
अमरावती/दि.29 – बडनेरा के मिलींद लाड हत्याकांड में दो नाबालिग के अलावा 6 आरोपी गिरफ्तार किए गए है. दोनों नाबालिगों को छोडकर सभी आरोपी पुलिस रिमांड पर है. इन आरोपियों में मृतक के चचेरे भाई विक्रम राजेंद्र लाड और रिश्तेदार संकेत लाड का समावेश है. पुलिस हिरासत में रहते आरोपी विक्रम लाड ने बताया कि उसने जायदाद बंटवारे में 70 लाख रुपए कम मिलने की खुन्नस में मिलींद लाड की हत्या करवाई.
उल्लेखनिय है कि बडनेरा शहर के जुनी बस्ती बारीपुरा निवासी तथा अंजनगांव बारी रोड के नायरा पेट्रोल पंप के संचालक मिलींद लाड की 24 सितंबर की रात 10 बजे के दौरान दुपहिया वाहन से घर लौटते समय होटल रानमाड से कुछ दूरी पर हत्या कर दी गई थी. यह हत्याकांड सूपारी देकर किए जाने का अनुमान पुलिस को पहले से था और उसी दिशा में पुलिस ने जांच शुरू करते हुए 24 घंटे के भीतर घटना का पर्दाफाश करते हुए दो नाबालिग समेत मुख्य सूत्रधार मृतक मिलींद लाड के चचेरे भाई विक्रम लाड, रिश्तेदार संकेत लाड वैभव टोम्पे, सागर पंदे, हर्ष समुद्रे, और अमरावती निवासी विशू पाटिल को कब्जे में ले लिया था. इनमें से दो नाबालिगों को छोडकर अन्य 6 आरोपियों को बडनेरा पुलिस ने रिमांड पर लेने के बाद कडी पूछताछ की. मृतक मिलींद लाड के चचेरे भाई आरोपी विक्रम लाड ने बताया कि उसके पिता राजेंद्र लाड जब जीवित थे तब सभी साथ में काम करते थे. पिता की बिमारी के चलते देहांत होने के बाद हुए बंटवारे में उसे 70 लाख रुपए कम मिले. यही मामला विवाद में बदल गया और खून्नस के कारण विक्रम ने अपने ही चचेरे भाई मिलींद लाड को सबक सिखाने की ठान ली. उसने सर्वप्रथम अपने ही रिश्तेदार संकेत लाड से मिलकर चर्चा की और मिलींद लाड का काम तमाम करने का निर्णय लिया.
* आरोपी विशू पाटिल के जरिए रचा प्लान
पुलिस सूत्रों ने बताया कि विक्रम लाड और संकेत लाड के बीच चर्चा होने के बाद संकेत लाड ने अमरावती के चपराशीपुरा निवासी विशू गिरी पाटिल (24) से मुलाकात कर बातचित की. पश्चात विशू पाटिल ने उसके परिचित दो नाबालिगों से संपर्क कर पूरा प्लान तैयार किया. इस दौरान दोनों नाबालिगों को लगातार शराब पार्टी दी गई. इस शराब पार्टी के लिए 25 से 30 हजार रुपए खर्च किए गए. साथ में बडनेरा जूनी बस्ती में ही सागर पंदे की सलून दुकान पर घटना को अंजाम देने के लिए बैठकों का दौर चलता रहा. पश्चात संकेत लाड को ही विक्रम ने नकद 10 लाख रुपए दिए. 10 लाख की यह सुपारी मिलने के बाद दोनों नाबालिगों ने 24 सितंबर की रात घटना को अंजाम देते हुए मिलींद लाड की हत्या कर दी.
* पैसों के बंटवारे को लेकर पूछताछ जारी
पुलिस सूत्रों ने बताया कि मिलींद लाड हत्याकांड में यह बात स्पष्ट हो गई है कि विक्रम लाड ने अपने रिश्तेदार संकेत लाड के माध्यम से 10 लाख रुपए की सुपारी देकर मिलींद लाड की हत्या करवाई. लेकिन संकेत लाड के माध्यम से गिरफ्तार आरोपियों को प्रत्येकी कितने पैसे दिए गए, दोनों नाबालिगों को भी कितने पैसे दिए यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है. पुलिस आरोपियों से इस बाबत पूछताछ कर रही है.

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