30 गटों के मतदाता तय करेंगे जिप की महिला अध्यक्ष
मिनी मंत्रालय के कुल 59 में से 30 गट महिलाओं हेतु आरक्षित

अमरावती /दि.16 – जिला परिषद हेतु गटनिहाय आरक्षण विगत सोमवार को घोषित हुआ. जिसके तहत जिला परिषद का अध्यक्षपद सर्वसाधारण महिला संवर्ग हेतु आरक्षित हो गया. साथ ही जिला परिषद के 59 में से 30 गट महिलाओं हेतु आरक्षित है. जिसके चलते महिलाओं हेतु आरक्षित इन 30 गटों में से निर्वाचित होनेवाली महिला सदस्य में से ही किसी की मिनी मंत्रालय के अध्यक्ष पद पर नियुक्ति होगी. जिसके चलते उम्मीदवारी मिलने से लेकर जीत हासिल करने हेतु ग्रामीण क्षेत्रों में जमकर मोर्चाबंदी चल रही है. जिसकी वजह से जिला परिषद के चुनाव में उम्मीदवारों का चयन करने हेतु राजनीतिक दलों को भी अच्छी-खासी कसौटी से होकर गुजरना पडेगा.
बता दें कि, जिला परिषद हेतु 59 गट व जिले की 14 पंचायत समितियों हेतु 118 गण निश्चित किए गए है. साथ ही राज्य निर्वाचन आयोग के आदेशानुसार जिलाधीश की अध्यक्षता के तहत सोमवार 13 अक्तूबर को सभी गट व गणों हेतु आरक्षण का ड्रॉ निकाला गया. साथ ही इस बार जिला परिषद का अध्यक्ष पद सर्वसाधारण महिला प्रवर्ग हेतु आरक्षित हुआ है. जिसके चलते इस बार जिप अध्यक्ष पद की रेस में महिलाओं हेतु आरक्षित 30 गटों से निर्वाचित होनेवाली महिलाएं निश्चित तौर पर स्पर्धा में रहेंगी. जिसके चलते महिलाओं हेतु आरक्षित गटों में उम्मीदवारी मिलने से लेकर चुनाव में जीत दर्ज करने हेतु अभी से ही संभावित दावेदारों द्वारा अभी से ही अच्छी-खासी लॉबिंग व फिल्डींग करनी शुरु कर दी गई है.
* टिकट के लिए बढी रस्साकशीं
जिला परिषद का अध्यक्ष पद सर्वसाधारण महिलाओं हेतु आरक्षित रहने के चलते विविध गटों से चुनाव लडने हेतु तैयार रहनेवाले अलग-अलग राजनीतिक दलों के दिग्गज नेताओं ने अब अपने परिवार की महिलाओं को चुनावी मैदान में उतारने की तैयारी करनी शुरु कर दी है. जिसके चलते सभी राजनीतिक दलों के पास टिकट मांगने हेतु महिला दावेदारों की अच्छी-खासी भीड हो गई है और विविध दलों की महिला प्रतिस्पर्धीयों में टिकट को लेकर अभी से जबरदस्त रस्साकशीं भी दिखाई दे रही है.
* इन गटों में है महिला आरक्षण
जिला परिषदों के 59 गटों हेतु निकाले गए आरक्षण के ड्रॉ पश्चात 59 में से 30 गट एससी, एसटी, ओबीसी व सर्वसाधारण प्रवर्ग की महिलाओं के लिए आरक्षित हुए है. जिसमें से सर्वसाधारण प्रवर्ग की महिलाओं हेतु कांडली, कुर्हा, हिवरखेड, नांदगांव पेठ, वलगांव, खोलापुर, वाढोणा रामनाथ, आमला विश्वेश्वर व चिंचोली, अनुसूचित जाति संवर्ग की महिलाओं हेतु खल्लार, थिलोरी, भंडारज, येवदा, आसेगांव पूर्णा व खारतलेगांव, एसटी संवर्ग की महिलाओं हेतु तलई, कलमखार, काटकुंभ, टेंभ्रूसोंडा, जामली आर व धामणगांव गढी तथा ओबीसी संवर्ग की महिलाओं हेतु कापुसतलनी, धोतरखेडा, शिंदी बु., नेरपिंगलाई, लोणी, जुना धामणगांव, मंगरुल दस्तगीर व तलेगांव दशासर गट आरक्षित हुए है.
* 8 वर्ष बाद हो रहे चुनाव को लेकर जबरदस्त उत्सुकता
बता दें कि, जिला परिषद व पंचायत समिति के चुनाव इससे पहले वर्ष 2017 में हुए थे और उस समय निर्वाचित सदस्यों का कार्यकाल 20 मार्च 2022 को समाप्त हो गया था. परंतु उस समय कोविड संक्रमण एवं लॉकडाऊन का दौर जारी रहने के चलते स्थानीय निकायों में चुनाव नहीं कराए जा सके थे. साथ ही आगे चलकर प्रभाग रचना व ओबीसी आरक्षण को लेकर हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिकाएं प्रलंबित रहने के चलते चुनाव लंबे समय तक अधर में लटके रह गए. वहीं अब विगत मई माह के दौरान सुप्रीम कोर्ट द्वारा निकाय चुनावों को लेकर निर्वाचन आयोग के नाम जारी निर्देशों के चलते निर्वाचन आयोग द्वारा स्थानीय निकायों में चुनाव करवाने की प्रक्रिया शुरु की गई है. ऐसे में करीब 8 वर्षों के अंतराल पश्चात होने जा रहे निकाय चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों सहित आम मतदाताओं में अच्छी-खासी उत्सुकता देखी जा रही है.





