गन्ना तोडने के लिए उधार लिए पैसे नहीं दिए
मुकदम ने मजदूर की पत्नी के साथ 11 माह की बच्ची को किया अगवाह
वाशिम जिले की रोहना ग्राम की घटना
वाशिम/दि.21 – जिले की मानोरा तसहील के अनेक मजदूर गन्ने तोडने के लिए पश्चिम महाराष्ट्र में जाते रहते है. अनेक बार मुकदम से वे अग्रीम राशि लेते है. लेकिन किसी कारण से वे पैसे नहीं लौटाते है. तब मुकदम की तरफ से उन पर काफी अत्याचार किया जाता है. ऐसी ही घटना मानोरा तहसील के रोहना ग्राम के मजदूर राजू मोतीराम पवार के साथ घटी. उधारी के पैसे समय पर न लौटाने से सोलापुर जिले के गोडगांव वैराग गांव के मुकदम ने राजू की पत्नी सहित 11 माह के बच्ची को अगवाह कर लिया. यह घटना वाशिम जिले के रोहना ग्राम में घटित हुई. इस बाबत संबंधित मजदूर ने रविवार 19 फरवरी को मानोरा थाने में शिकायत दर्ज की है. पुलिस इस प्रकरण की जांच कर रही है.
जानकारी के मुताबिक रोहना ग्राम निवासी राजू मोतीराम पवार गन्ने की कटाई के लिए अपने भाई व परिवार के साथ पिछले वर्ष गोडगांव वैराग गया था. गन्ने की कटाई का काम पूरा होने के बाद मुकदम रतन राठोड की सहमति से वह घर लौट आए थे. उस समय उधार लिए 1 लाख रुपए वह लौटा नहीं पाया था. उधारी के यह पैसे इस वर्ष काम पूरा करने के बाद लौटाना तय हुआ था. लेकिन बच्ची की तबीयत ठीक न रहने से और ग्रामपंचायत चुनाव के कारण गन्ने की कटाई के लिए वह जा नहीं पाया. इस कारण राजू पवार ने रतन राठोड को आगामी सत्र में गन्ने की कटाई के लिए आने पर पैसे लौटाने की बात कही थी. इसके बावजूद मुकदम रतन राठोड ने 19 फरवरी को स्कॉर्पियो वाहन से रोहना ग्राम पहुंचकर जबदस्ती राजू की पत्नी और उसकी 11 माह की बच्ची को गाडी में बैठाया और चला गया. पैसे तत्काल वापस न करने पर उसने राजू को जान से मारने की धमकी भी दी. पत्नी और बच्ची के साथ अन्य 9 लोगों को रतन राठोड अपने साथ ले गया रहने का आरोप राजू पवार ने मानोरा थाने में दर्ज की शिकायत में किया है. पुलिस ने शिकायत दर्ज कर जांच शुरु की है.