मनोज जरांगे ने एक बार फिर उपमुख्यमंत्री फडणवीस पर साधा निशाना
सिर्फ आठ दिन तक अनशन करने की दी चुनौती
* कहा-जीवन भर फडणवीस के सिर पर गुलाल लगने नहीं देंगे
हिंगोली/दि.13-मराठा आरक्षण के मुद्दे पर मनोज जरांगे पाटिल ने मंगलवार को एक बार फिर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, अगर देवेंद्र फडणवीस में हिम्मत है तो वह मेरे साथ बैठकर अनशन करेें, तब उन्हें पता चलेगा कि अनशन क्या होता है.वहीं दूसरी ओर, हिंगोली के दौर में जरांगे ने फडणवीस के सिर पर जीवन भर गुलाल नहीं लगने देंगे, यह बात कही.
मनोज जरांगे ने पाटिल फिलहाल परभणी दौरे पर हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस पर निशाना साधते हुए एक ही दिन में 5 जगहों पर संवाद बैठकें की. खास तौर पर उन्होंने फडणवीस को अपने साथ अनशन पर बैठने की चुनौती दी. उन्होंने कहा कि मेरी देवेंद्र फडणवीस को खुली चुनौती है. अगर उनमें हिम्मत है तो वे 8 दिन तक मेरे पास बैठकर अनशन करें, तब उन्हें पता चलेगा कि अनशन क्या है, हवा कहां से बाहर जाती है और कहां से सांस लेनी है. यदि आप अपना वजन कम करना चाहते हैं, तो आएं और मेरे साथ अनशन करके दिखाएं.
जरांगे ने कहा कि, देवेन्द्र फड़णवीस ने मुझ पर मां-बहन के बारे में गलत भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया. क्या उन्हें नहीं लगा कि पैर में गोली लगने वाली 2 साल की बच्ची मां-बहन नहीं दिखी? उन्हें जो करना है करने दो, मैं आरक्षण के बिना चैन से नहीं बैठुंगा. हमारी मां-बहनें आज ठीक से चल नहीं पाती हैं. क्योंकि, लाठीचार्ज में उन्हें गंभीर चोटें आई है. क्या तब फडणवीस को हमारी मां-बहनें नहीं दिखीं? लाठीचार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों को केवल 10 दिन के लिए निलंबित कर दिया. उसी समय हमने फडणवीस की मराठों के प्रति मंशा देखी.
* मरते दम तक समाज का साथ दूंगा
मनोज जरांगे ने कहा कि, मैं मरते दम तक अपने समाजबुंधओं का साथ दूंगा. उनकी मांगे पूरी करने का प्रयास करुंगा. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को हमने जितना सम्मान दिया, उतना किसी ने नहीं दिया. उन्होनें ने 30 दिन मांगे, हमने उन्हें 40 दिन दिए. हमने उनकी कोई भी बात फिसलने नहीं दी. लेकिन सरकार ने आरक्षण नहीं दिया. उन्होंने 10 प्रतिशत आरक्षण देकर मराठा समाज को धोखा दिया. इसके बाद भी एकनाथ शिंदे ही मराठा समुदाय को आरक्षण दे सकते हैं, ऐसा हमें लगता है, यह बात जरांगे ने कही.