1 लाख की रिश्वत में पकडा गया नप. मुख्याधिकारी
मंगरुलपीर सुफी कॉम्प्लेक्स में एसीबी ने बिछाया था जाल
* अतिक्रमण हटाने के लिए मांगी थी रिश्वत, निजी व्यक्ति भी गिरफ्तार
वाशिम/ दि.25- प्लाट से अतिक्रमण हटाने के लिए निजी व्यक्ति की सहायता से 1 लाख रुपए की रिश्वत स्वीकारते समय वाशिम जिले के मंगरुलपीर नगर परिषद के मुख्याधिकारी दीपक नारायण इंगोले व निजी व्यक्ति असलम जमील सिद्दिकी को एन्टी करप्शन ब्युुरो की टीम ने गिरफ्तार किया. एसीबी ने मानोरा चौक सुफी कॉम्प्लेक्स में जाल बिछाकर गिरफ्तार करने में सफलता पायी.
दीपक नारायण इंगोले (42, मुख्याधिकारी श्रेणी-2, नगर परिषद कार्यालय मंगरुलपीर) व असलम जमील सिद्दिकी (55, निजी व्यक्ति, मंगरुलपीर) यह 1 लाख रुपए की रिश्वत स्वीकारते समय गिरफ्तार किये गए आरोपियों के नाम है. मंगरुलपीर निवासी 45 वर्षीय शिकायतकर्ता ने एन्टी करप्शन ब्युरो विभाग में दी शिकायत में बताया कि, मंगरुलपीर शहर के सर्वे क्रमांक 227 अ के प्लाट क्रमांक 52 में कुछ लोगों ने कैबिन बनाकर अतिक्रमण किया था. प्लाट का यह अतिक्रमण हटाने के लिए शिकायतकर्ता ने मुख्याधिकारी के पास आवेदन किया था. अतिक्रमण हटाने के लिए इसके बदले में निजी व्यक्ति के माध्यम से 1 लाख रुपए की मांग की.
इस शिकायत के आधार पर एसीबी की टीम ने पडताल की. इसके बाद मंगरुलपीर के मानोरा चौक सुफी कॉम्प्लेक्स में निर्धारित प्लान के अनुसार जाल बिछाया. आरोपी असलम जमील सिद्दिकी ने आरोपी मुख्याधिकारी दीपक इंगोले के लिए 1 लाख रुपए की रिश्वत स्वीकार की. इसपर एसीबी की टीम ने दोनों आरोपियों को धरदबोचा. यह कार्रवाई पुलिस अधिक्षक विशाल गायकवाड, अपर पुलिस अधिक्षक अरुण सावंत, अपर पुलिस अधिक्षक देविदास घेवारे, वाशिम पुलिस उपअधिक्षक गजानन शेलके, जांच अधिकारी निरीक्षक ममता अपुने, निरीक्षक महेश भोसले के मार्गदर्शन में सहायक पुलिस उपनिरीक्षक बेलोकार, पलिुस हवालदार आसिफ शेख, नितीन टवलारकर, विनोद अवगले, योगेश खोटे की टीम ने की.