* 42 वर्ष पुराना विवाद समाप्त होने के संकेत
वाशिम/दि.23– समस्त जैन धर्मियों के श्रद्धास्थान रहे वाशिम जिले के शिरपुर जैन के अंतरिक्ष पार्श्वनाथ मंदिर को खोलने के निर्देश सर्वोच्च न्यायालय ने 22 फरवरी को दिए है. इस निर्णय का सभी घटकोें ने स्वागत किया है.
अंतरिक्ष पार्श्वनाथ मंदिर में जैन धर्म के 23वें तीर्थकर श्री पार्श्वनाथ भगवान की हवा में तैरती हुई मूर्ति है. अप्रैल 1981 में इस मंदिर को न्यायालयीन आदेश पर सील लगाकर मंदिर में दर्शन व पूजन के लिए पाबंदी लगाई गई थी. तब से दिगंबर और श्वेताबंर पंथ के प्रत्येकी एक पुजारी पुलिस की देखरेख में हर दिन मंदिर के भीतर जाकर सुबह-शाम केवल दीयाबत्ती और आरती करते आ रहे है. वर्तमान में सभी श्रद्धालुओं को एक छोटे से झरोखे से दर्शन का लाभ लेते आता है. वर्ष 1960 से दोनों पंथ के भक्तगणों के लिए पूजन व दर्शन के लिए 3-3 घंटे का समय निश्चित किया गया था. इसके मुताबिक पूजन व दर्शन के समय की प्रथा अखंडित शुरु थी. अनेक बार निचली अदालत से उच्च न्यायालय व सर्वोच्च न्यायालय तथा प्रीवी कौंसिल लंडन तक यह विवाद चलता रहा. पिछले 42 वर्ष से दोनों पंथों का सर्वोच्च न्यायालय में विवाद शुरु था.
* स्थगनादेश हटाया गया
सर्वोच्च न्यायालय व्दारा स्थगनादेश हटाए जाने से अब मंदिर के दरवाजें जल्द खुलने का मार्ग आसान हो गया है.
-एड. हर्ष सुराणा,
याचिकाकर्ता के वकील, दिल्ली